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मोदी और ममता में मिलीभगत
विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी कांग्रेस पांच जिलों के पार्टी पदाधिकारियों के साथ की बैठक सिलीगुड़ी. राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार तथा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार आपस में सांठगांठ कर काम कर रही हैं. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मिलीभगत है और ये लोग सिर्फ दिखावे के लिए एक-दूसरे […]
विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी कांग्रेस
पांच जिलों के पार्टी पदाधिकारियों के साथ की बैठक
सिलीगुड़ी. राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार तथा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार आपस में सांठगांठ कर काम कर रही हैं. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मिलीभगत है और ये लोग सिर्फ दिखावे के लिए एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. वास्तव में दोनों ही पार्टी एक दूसरे के हित के लिए काम कर रही है. यह आरोप प्रदशे कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने लगाया है.
श्री चौधरी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर उत्तर बंगाल के पांच जिलों के पार्टी पदाधिकारियों केा लेकर बैठक करने के लिए सिलीगुड़ी आये हुए हैं. इस बैठक का आयोजन सिलीगुड़ी के जायसवाल भवन में किया गया है. संवाददाताओं से बातचीत करते हुए श्री चौधरी ने कहा कि भाजपा और नरेंद्र मोदी को पश्चिम बंगाल में पांव जमाने के लिए ममता बनर्जी का साथ चाहिए, जबकि ममता बनर्जी सारधा तथा एसजेडीए घोटाले में लिप्त अपने नेताओं को सीबीआइ से बचाने के लिए नरेंद्र मोदी का साथ चाहती हैं. दोनों नेताओं के बीच यह गोपनीय समझौता हुआ है. यही वजह है कि सारधा घोटाले की जांच में ढिलाई बरती जा रही है. इसी तरह से तमाम आंदोलनों के बाद भीएसजेडीए घोटाले की जांच सीबीआइ द्वारा नहीं करायी जा रही है.
श्री चौधरी ने आगे कहा कि अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव कांग्रेस अकेले लड़ेगी. दूसरे राजनीतिक दल भले ही एक-दूसरे से समझौता कर चुनाव लड़े, लेकिन कांग्रेस पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव अपने दम पड़ लड़ेगी. विधानसभा चुनाव में किसी से कोई गठबंधन नही किया जायेगा. संवाददाता सम्मेलन के दौरान उन्होंने राज्य सरकार तथा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हुई है और मुख्यमंत्री पुलिस के दम पर विरोधियों का आवाज दबाने में लगी हुई है. पूरे राज्य में तृणमूल समर्थकों ने उत्पात मचा रखा है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई हैं. छीटमहल के विनिमय पर श्री चौधरी ने कहा कि कांग्रेस काफी पहले से इस दिशा में काम कर रही थी. वर्ष 1974 में इंदिरा गांधी तथा मुजिबर रहमान के बीच छीटमहल विनिमय को लेकर समझौता हुआ था.
यूपीए-टू सरकार में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी छीटमहल समझौते को अंतिम रूप देना चाह रहे थे. तब ममता बनर्जी के अड़ेंगे की वजह से यह समझौता नहीं हो पाया था. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ममता बनर्जी ने समझौता कर लिया है. छीटमहल विनिमय को लेकर ममता बनर्जी क्रेडिट ले रही हैं. वास्तविकता यह है कि यदि ममता बनर्जी चाहती तो काफी पहले ही यह समझौता हो गया होता.
एसजेडीए घोटाले के आरोपियों को पकड़ने की मांग
सिलीगुड़ी में करीब 200 करोड़ रुपये के एसजेडीए घोटाले की जांच में लिपापोती करने का आरोप अधीर चौधरी ने राज्य सरकार पर लगाया है. उन्होंने कहा कि जिस समय यह घोटाला हुआ, उस समय एसजेडीए के चेयरमैन तृणमूल कांग्रेस के विधायक रूद्रनाथ भट्टाचार्य थे. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि एसजेडीए घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के कई नेता शामिल हैं और इन सभी को बचाने में ममता बनर्जी लगी हुई है. उन्होंने एसजेडीए बोर्ड के सदस्यों के खिलाफ भी जांच कराने की मांग की. एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि इस घोटाले में जो भी दोषी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, चाहे वह किसी भी पार्टी के क्यों न हो. संवाददाता सम्मेलन में उनके साथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष तथा विधायक शंकर मालाकार भी उपस्थित थे.
चुनावी तैयारियां शुरू
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने आज यहां चुनावी तैयारी शुरू कर दी. वह दाजिर्लिंग जिले के समतल तथा पहाड़ के अलावा कूचबिहार, अलीपुरद्वार तथा जलपाईगुड़ी जिले के कांग्रेस नेताओं को लेकर यहां बैठक कर रहे हैं. इन पांच जिला कमेटियों के ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर के नेता इस बैठक में शामिल हो रहे हैं. इस बैठक में चुनावी रणनीतियों पर चरचा की जायेगी. कल रविवार को बैठक का अंतिम दिन है.
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