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घर-घर जाकर भीख भी मांग लूंगी : सीएम
केंद्र से राहत राशि के लिए मदद की गुहार नहीं लगायेंगी सीएम, कहा कोलकाता : पश्चिम बंगाल फिलहाल प्राकृतिक आपदा के साथ कृत्रिम आपदा से भी त्रस्त है. पिछले कुछ दिनों में बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों में हुई भारी बारिश से पहले ही यहां कई जिलों में बाढ़ की स्थिति थी, लेकिन बारिश के साथ-साथ […]
केंद्र से राहत राशि के लिए मदद की गुहार नहीं लगायेंगी सीएम, कहा
कोलकाता : पश्चिम बंगाल फिलहाल प्राकृतिक आपदा के साथ कृत्रिम आपदा से भी त्रस्त है. पिछले कुछ दिनों में बंगाल के विभिन्न क्षेत्रों में हुई भारी बारिश से पहले ही यहां कई जिलों में बाढ़ की स्थिति थी, लेकिन बारिश के साथ-साथ दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के विभिन्न डैम से छोड़े गये पानी से यहां की स्थिति और भी खराब हो गयी है. राज्य में कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गये हैं.
इसी बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राहत कार्य या मुआवजा के लिए केंद्र सरकार से किसी प्रकार की मदद की गुहार नहीं करेंगी. अगर राहत कार्य के लिए फंड की कमी हुई तो वह घर-घर जाकर भीख मांगने तक को तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले उत्तर बंगाल के दाजिर्लिंग में आये भूस्खलन से कई लोगों की मृत्यु हो गयी, वहां के तीन ब्लॉक पूरी तरह से नष्ट हो गये, लेकिन केंद्र सरकार ने राहत के लिए कोई राशि नहीं भेजी. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार, गरीबों की सरकार है.
इसलिए फंड एकत्रित करने के लिए अगर उनको घर-घर जाकर भीख भी मांगनी पड़ी तो मांगेंगी. हालांकि राज्य सरकार भारी बारिश व बाढ़ से बंगाल में हुए नुकसान का आकलन लगाने में जुट गयी है. प्रत्येक जिले को रोजाना रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है.
राज्य सरकार द्वारा यहां हुए नुकसान के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट केंद्र सरकार के पास भेजी जायेगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्राकृतिक आपदा के समय विभिन्न पार्टियों से राजनीति नहीं करने की अपील की. उन्होंने कहा हि इस प्राकृतिक आपदा के समय हमें लोगों के करीब आकर उनकी मदद करनी चाहिए, न कि इस पर राजनीति होनी चाहिए.
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