इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय में सभी सांसदों के साथ बैठक की. बैठक में मुख्यमंत्री ने पार्टी सांसदों को संसद अधिवेशन के दौरान पार्टी के स्टैंड की जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार के जमीन अधिग्रहण बिल को उनकी पार्टी नहीं मानती है, इसलिए इस बिल के खिलाफ उनका आंदोलन जारी रहेगा. बिल पर केंद्र सरकार को समर्थन देने का सवाल ही पैदा नहीं होता.
संसद के दोनों सदन में बिल के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस आवाज उठायेगी. इसके साथ ही पार्टी ने मध्य प्रदेश के व्यापमं कांड को भी गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से व्यापमं कांड में एक के बाद एक व्यक्ति की हत्या हो रही है, वह इस कांड के रहस्य को और भी बढ़ा रहा है. इस कांड में भाजपा शामिल है. इसलिए इस कांड की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने काला धन के संबंध में केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि काला धन के संबंध में केंद्र सरकार ने जो वादा किया था, अभी तक उसने इस ओर कुछ नहीं किया. काला धन के मुद्दे को केंद्र सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस संसद अधिवेशन में इस मुद्दे को भी उठायेगी.