अर्नव लालबाजार के डीडी विभाग में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है. उसकी मां को-ऑपरेटिव बैंक में कार्यरत है. कुछ दिन पहले दोनों ने अपना फ्लैट बेचने की बात कही थी. उस फ्लैट को खरीदने के लिए वह गांव से जमीन जायदाद बेच कर दोनों के पास नौ लाख रुपये जमा किये थे.
रुपये लेने के बावजूद दोनों मां-बेटे फ्लैट नहीं छोड़े. इसके कारण मानिकतल्ला थाने में उसने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी. लेकिन रुपये नहीं मिलने पर गुरुवार को वह लालबाजार में उक्त कांस्टेबल से रुपये मांगने पहुंची, जब अन्य पुलिसकर्मियों की मदद से लालबाजार से बाहर धक्के मार कर निकाल दिया गया. इसके बाद पूरी घटना उसने हेयर स्ट्रीट थाने के अधिकारियों को बतायी. पूरे मामले पर विशेष अतिरिक्त व संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) राजीव मिश्र ने बताया कि विभागीय डीसी को पूरे मामले की जांच का निर्देश दिया गया है.