राज्य सरकार की ओर से आसनसोल नगर निगम, कुल्टी नगरपालिका, रानीगंज नगरपालिका, जामुड़िया नगरपालिका, विधाननगर नगरपालिका, राजरहाट-गोपालपुर नगरपालिका और बाली नगरपालिका में चुनाव तीन अक्तूबर कराने की बात कही गयी थी. इस मुद्दे पर राज्य चुनाव आयोग की ओर से अन्य दलों का सुझाव मांगा गया. तीन अक्तूबर को सात निकायों पर चुनाव कराये जाने पर भाजपा ने आपत्ति जतायी है.
भाजपा के नेता असीम सरकार ने कहा है कि अक्तूबर महीने में कई त्योहार होते हैं. ऐसे में अन्य राज्यों से भी लोग बंगाल आते हैं. त्योहार का समय होने के कारण निकाय चुनाव पूजा के बाद कराये जाने चाहिए. इधर तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और माकपा की ओर से अक्तूबर महीने में चुनाव कराये जाने से कोई आपत्ति नहीं जतायी गयी. माकपा, कांग्रेस और भाजपा की ओर से चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त सुशांत रंजन भट्टाचार्य से कई सवाल पूछे गये.
विगत निकाय चुनाव में राज्य में होने वाली गड़बड़ी का हवाला देते हुए उपरोक्त दलों के नेताओं ने आयुक्त से सात निकायों के चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की कंपनी की कंपनी मंगाये जाने से संबंधित सवाल पूछा. राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त सुशांत रंजन उपाध्याय ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में हुई चर्चा के संबंध में राज्य सरकार को जल्द अवगत कराया जायेगा. आयोग चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है. सात निकायों और सिलीगुड़ी महकमा पर्षद के चुनाव को लेकर राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना जारी करने के बाद ही आयोग अगला कदम उठायेगा. उन्होंने कहा कि आयोग इस बात का पूरा ख्याल रखेगा कि निकाय चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ी जाये. निकाय चुनाव को लेकर एक बार फिर आयोग द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलायी जा सकती है.