कुणाल ने कहा कि हाल के दिनों में विधाननगर कोर्ट में पेशी के दौरान उनके साथ कैसा सलूक किया गया, यह सबने देखा है. बैंकशाल कोर्ट में पुलिस भी उन्हें परेशान कर रही है. इसी बीच, कुणाल के वकील अयन चक्रवर्ती ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट वरुण राय की अदालत में कहा कि इस मामले में जुड़े कुछ प्रभावशाली लोगों के नाम नहीं लेने का उनके मुवक्किल पर दबाव डाला जा रहा है जिनके नाम वे पहले की सुनवाई के दौरान लिये थे.
कुणाल घोष के वकील ने सीबीआइ जांच पर भी सवाल उठाये. उन्होने कहा कि सीबीआइ सारधा टूर एंड ट्रैवल्स के मामले की चाजर्शीट अदालत में पेश कर चुकी है. फिर भी जांच बाकी होने के नाम पर मामले को खींच रही है. इससे कुणाल घोष को जमानत नहीं मिल पा रही. इस पर सीबीआइ के वकील ने कहा कि सारधा एक बड़ा घोटाला है, लिहाजा इस मामले में हर पहलुओं की गहरी जांच की जा रही है. इससे थोड़ा ज्यादा समय लग रहा है. बाद में कोर्ट ने कुणाल घोष, सुदीप्त सेन व देबजानी मुखर्जी की न्यायिक हिरासत 20 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी.