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24 घंटे के बाद घेराव मुक्त हुई प्रेसिडेंसी की कुलपति

29 को छात्रों के साथ करेंगी चर्चाकोलकाता. करीब 24 घंटे तक छात्रों के घेराव से प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय की कुलपति अनुराधा लोहिया शुक्रवार की शाम को मुक्त हुईं. श्रीमती लोहिया ने छात्रों के साथ 29 अप्रैल को चर्चा करने का आश्वासन दिया, उसके बाद छात्रों ने कुलपति का घेराव खत्म कर दिया. छात्र गुरुवार की शाम […]

29 को छात्रों के साथ करेंगी चर्चाकोलकाता. करीब 24 घंटे तक छात्रों के घेराव से प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय की कुलपति अनुराधा लोहिया शुक्रवार की शाम को मुक्त हुईं. श्रीमती लोहिया ने छात्रों के साथ 29 अप्रैल को चर्चा करने का आश्वासन दिया, उसके बाद छात्रों ने कुलपति का घेराव खत्म कर दिया. छात्र गुरुवार की शाम से प्रत्येक विभाग को प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की स्वतंत्रता देने के खिलाफ कुलपति का घेराव किये हुए थे. घेराव समाप्त होने के बाद श्रीमती लोहिया ने कहा कि वह कार्यालय से बाहर निकलने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने उनका रास्ता रोक दिया. उनका कहना था कि वे लोग उनके शरीर को लांघ कर जाने के लिए कह रहे थे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकती थीं, क्योंकि वे उनके छात्र हैं. इस कारण वह बातचीत के लिए सहमत हो गयी हैं. वह 29 अप्रैल को छात्रों के साथ खुले फोरम में चर्चा करेंगी. इस अवसर पर फैकल्टी के सदस्य भी उपस्थित रहेंगे. उन्होंने कहा कि लगभग 20 उपद्रवी छात्रों का समूह विश्वविद्यालय के यश को नुकसान पहुंचाना चाह रहे हैं, क्योंकि वे चिल्ला सकते हैं और विश्वविद्यालय व राज्य के इमेज को धक्का पहुंचा सकते हैं. सौ या हजार छात्र समस्या उत्पन्न नहीं कर रहे हैं. प्रेसिडेंसी छात्र काउंसिल के उपाध्यक्ष अमरदीप सिंह ने कहा कि अभी तक सभी विभागों में प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है, लेकिन अब वे प्रत्येक विभाग को स्वतंत्रता देना चाहते हैं. वे लोग चाहते हैं कि पूर्व की तरह से प्रवेश परीक्षा बहाल रहे. श्रीमती लोहिया ने कहा कि यह प्रशासनिक मुद्दा है तथा इसका निर्णय प्रशासन को लेना है. छात्र इसका निर्णय नहीं ले सकते.

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