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फिर आलू किसान ने की खुदकुशी
राज्य में अब तक आलू के तीन किसानों ने दे दी जान कोलकाता/बर्दवान :पश्चिम बंगाल के बर्दमान जिले में वित्तीय संकट से गुजर रहे एक और आलू किसान ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली, जिससे जिले में एक पखवाड़े में मरने वाले किसानों की संख्या बढ़ कर तीन हो गयी है. पुलिस ने बताया […]
राज्य में अब तक आलू के तीन किसानों ने दे दी जान
कोलकाता/बर्दवान :पश्चिम बंगाल के बर्दमान जिले में वित्तीय संकट से गुजर रहे एक और आलू किसान ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली, जिससे जिले में एक पखवाड़े में मरने वाले किसानों की संख्या बढ़ कर तीन हो गयी है. पुलिस ने बताया कि जिले के खानदागोश इलाके के ससांगा गांव में रतन शानगर (35) ने अपने घर पर 18 मार्च को कीटनाशक खा लिया और जिसकी वजह से शुक्रवार सुबह बर्दमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उसकी मौत हो गयी.
मृतक के भाई बंशी ने कहा कि उसके भाई रतन ने 60 हजार रुपये का लोन लेने के लिए अपनी पत्नी के जेवर गिरवी रख दिये थे. लेकिन आलू की कीमत काफी कम रहने पर वह निराश हो गया और यह कदम उठा लिया.
खांदागोश प्रखंड विकास अधिकारी शांतनु दास ने कहा कि वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं. पिछले पखवाड़े में दो और आलू किसानों ने जिले के भातार और मंगलकोट में आत्महत्या कर ली थी क्योंकि कंद की कीमत काफी कम रही. पश्चिम बंगाल कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रामपद पॉल ने कहा कि राज्य में आलू का उत्पादन 110 लाख टन रहा, जो अनुकूल वातावरण रहने के कारण पिछले वर्ष की तुलना में करीब 15 फीसदी ज्यादा है. उन्होंने कहा कि अगर अन्य राज्यों से मांग में तेजी रहती तो एक बोरी आलू की कीमत 150 रुपये तक नहीं गिरती, जबकि उत्पादन लागत 450 रुपये रही.
गौरतलब है कि राज्य के कृषि मंत्री पुण्रेन्दु बसु ने हाल में कहा था कि सरकार राज्य में ज्यादा आलू उत्पादन से उत्पन्न स्थिति पर नजर रख रही है. अतिरिक्त उत्पादन से किसान चिंतित हैं. सरकार स्कूलों में मिड डे मील के लिए नि:शुल्क आलू की आपूर्ति करेगी.
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