भाजपा नीत केंद्र सरकार सत्ता में आने के बाद रेल किराये में पहले ही बढ़ोतरी कर चुकी है. ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र ने पहले वादा किया था कि डीजल के दामों में यदि कोई कटौती होगी तो उसका असर रेल किराये में कटौती के रूप में नजर आयेगा, लेकिन डीजल के दामों में कई बार कटौती के बावजूद ऐसा कुछ नहीं किया गया.
उन्होंने इस बात पर खेद जताया कि कथित तौर पर पिछले एक साल में डीजल के दाम छह बार कम होने के बावजूद में रेल किराया कम नहीं किया गया. ऐसा करने की बजाय वह रेल भाड़ा नहीं बढ़ाने का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं जो लोगों को मूर्ख बनाने का प्रयास है. ममता बनर्जी ने रेलवे मंत्री के पद पर रहते हुए ‘विजन 2020’ की घोषणा की थी, जिसमें वर्ष 2020 तक विभिन्न विकास परियोजनाओं का खाका खींचा गया था. उन्होंने यह याद दिलाते हुए कहा कि इस बार पेश किये गये रेल बजट में न तो कोई विजन है और न ही कोई एक्शन. हमलोग यानी देशवासी जैसे ठगे गये हैं.