कोलकाता: राज्य सरकार ने अप्रैल में नगर निकायों के चुनाव कराने का प्रस्ताव दिया है. यदि राज्य चुनाव आयोग सरकार का प्रस्ताव स्वीकार कर लेता है तो अप्रैल में राज्य में कोलकाता नगर निगम और 92 नगरपालिकाओं का चुनाव कराया जा सकता है. राज्य के शहरी विकास व नगरपालिका विभाग ने 18 अप्रैल को कोलकाता नगर निगम व 25 अप्रैल को 92 नगरपालिकाओं के चुनाव कराने की सिफारिश की है. 28 अप्रैल को नतीजे आ सकते हैं.
राज्य सरकार के इस फैसले से कई नगरपालिकाओं को मिला कर नगर निगम बनाने का प्रस्ताव फिलहाल टलता नजर आ रहा है. राज्य की दो नगरपालिका विधाननगर व राजरहाट-गोपालपुर, आसनसोल सहित आस-पास के क्षेत्रों में पश्चिम बंगाल सरकार फिलहाल कोई चुनाव नहीं कराना चाहती है.
इसलिए राज्य सरकार ने आयोग से यहां चुनाव नहीं कराने का सुझाव दिया है. गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा नगरपालिका व पंचायत चुनाव के लिए तय किये गये दिन में अगर किसी प्रकार की कोई बड़ी गड़बड़ी नहीं होती है तो राज्य चुनाव आयोग भी इस परामर्श को स्वीकारते हुए चुनाव की तारीखों की घोषणा करता है. कयास लगाया जा रहा है कि चुनाव आयोग राज्य सरकार के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेगा.
जानकारी के अनुसार, राज्य में कई नगरपालिकाओं में बोर्ड की अवधि पिछले वर्ष जून, जुलाई, अगस्त में ही खत्म हो गयी हैं. इनमें माल, कालियागंज, इसलामपुर, गंगारामपुर, मध्यमग्राम, दक्षिण दमदम, दमदम, राजपुर-सोनारपुर, महेशतला, उलबेड़िया, डानकुनी, एगरा, सैंथिया व हरिणघाटा शामिल है. पिछले वर्ष सितंबर महीने में सिलीगुड़ी नगर निगम की अवधि भी खत्म होनेवाली थी, लेकिन राजनीतिक गड़बड़ी के कारण यहां के चेयरमैन ने इस्तीफा दे दिया था. राज्य सरकार ने यहां प्रशासक नियुक्त किया है, लेकिन इसकी अवधि भी बहुत जल्द खत्म होनेवाली है.
वहीं, विधाननगर व राजरहाट-गोपालपुर नगरपालिका में चुनाव स्थगित करने के कारण के बारे में बताया गया है कि राज्य सरकार इन दोनों नगरपालिकाओं का दायरा बढ़ाना चाहती है.