उसे गंभीर हालत में दुर्गापुर स्थित निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है. स्थानीय निवासियों में हमलावरों के प्रति भारी आक्रोश है. उन्होंने थाने पर प्रदर्शन कर हमलावर की गिरफ्तारी की मांग की. डिपो पाड़ा स्थित अरूप चटर्जी के किराये के मकान में बीएसएनएल कार्यालय में कैजूअल कर्मी अभिजीत घोष रहते हैं. उनकी 10 वर्षीया पुत्री देवश्री उर्फ ऑली महिला कल्याण स्कूल के प्राइमरी सेक्शन के कक्षा चार छात्रा है. शनिवार को स्कूल से लौटने पर उसकी मां सोनाली बाजार चली गयी. कुछ समय बाद नौकरानी आयी. लेकिन घर भीतर से बंद था. काफी आवाज देने पर उत्तर नहीं मिलने पर उसने पड़ोसियों को दी. किसी तरह दरवाजा खोल कर भीतर घुसने पर देवश्री अचेत पायी गयी.
उसके शरीर पर चादर पड़ा हुआ था. मुंह से झाग निकल रहा था तथा गला काटने की कोशिश की गयी थी. हालांकि वहां रक्त का कोई दाग नहीं था. सूचना मिलने पर मां व पिता पहुंचे तथा स्थानीय निवासियों की मदद से उसे आसनसोल जिला अस्पताल ले गये. उसकी स्थिति गंभीर देख उसे दुर्गापुर स्थित निजी अस्पताल में ले जाया गया. सूचना पाकर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने उसके मां-पिता तथा पड़ोसियों से पूछताछ की. पूर्व उपमेयर अमरनाथ चटर्जी, माकपा नेता पार्थो मुखर्जी, आभाष राय चौधरी, माकपा आसनसोल जोनल सचिव मनोज दास, जयदीप मुखर्जी, सीपीआई नेत्री बंदना गांगुली ने परिजनों को सांत्वना दी. पूर्व उपमेयर श्री चटर्जी ने बताया कि डिपो पाड़ा में ऐसी घटना पहली बार हुई है. जिसकी जांच कर पुलिस दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करे . जिससे दोबारा घटना की पुनरावृति ना हो.