पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर देकर उसे मारने की जानकारी पुलिस को मिली. इसके बाद स्वत: एक केस दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में मधुमिता ने बताया कि एक अन्य व्यक्ति से उसका अवैध संबंध था और दोनों के बीच बेटा बाधक बन रहा था.
इसी कारण उसने बेटे को जान से मार दिया. इस मामले की जांच में पुलिस ने फॉरेंसिक विभाग की भी मदद ली थी. जांच में उसकी मां मधुमिता के खिलाफ अपने बेटे को जान से मारने के सारे सबूत पुलिस के हाथ लग गये. इसके बाद अदालत में इसकी चाजर्शीट जमा की गयी.