साहित्य उत्सव में यहां शिरकत करने आये कीर्ति आजाद ने कहा कि वह सपने में भी नहीं सोच सकते कि ममता दी बेईमान हैं. वह उन्हें दो दशक से ज्यादा समय से जानते हैं.
उनका उनसे पारिवारिक रिश्ता है. वह भाई दूज पर उनका टीका करती हैं. श्री आजाद ने कहा कि उनके दिवंगत पिता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के ममता बनर्जी से काफी अच्छे संबंध थे. माकपा नेता सूर्यकांत मिश्र और कांग्रेस नेता अब्दुल मन्नान सहित कुछ विपक्षी दलों द्वारा सारधा घोटाले में ममता बनर्जी से भी पूछताछ किये जाने की मांग के बीच आजाद का यह बयान आया है.
सारधा घोटाले में सुश्री बनर्जी की पार्टी के कुछ नेताओं को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया है और सीबीआइ ने एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने के लिए पार्टी महासचिव मुकुल राय को समन भेजा है. उनसे जब पूछा गया कि तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर पार्टी के खिलाफ राजनीतिक बदले की भावना के आरोप लगाया है और सारधा चिटफंड घोटाले में भी राजनीतिक भावना के आरोप लगाये हैं तो कीर्ति आजाद ने कहा कि पहले भी कई लोगों ने इस तरह के आरोप लगाये हैं. यह जांच का विषय है. अधिकारियों को जांच करने दीजिये. अगर किसी को सीबीआइ की विश्वसनीयता पर संदेह है तो वे अदालत जा सकते हैं. श्री आजाद ने कहा कि नेता के रूप में विपक्ष का मैं सम्मान करता हूं. तथ्यों के बगैर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच जाना चाहिए.