उसने शिकायत में पुलिस को बताया कि अरिंदम ने खुद को सरकारी बैंक का लोन एडवांस ऑफिसर बता कर उसे 90 लाख रुपये तक का लोन दिलाने के नाम पर उससे 90 हजार रुपये वसूल लिये थे. इसके बावजूद लोन नहीं मिल रहा था.
रुपये को भी वापस करने के लिए वह मना कर रहा था. लोन पास होने के कुछ कागजात भी दिये थे. काफी दिन से लोन पास नहीं होते देख कर वह उन कागजात को लेकर स्टैंड रोड स्थित उस सरकारी बैंक के प्रमुख ब्रांच में गया तो इस तरह का कोई लोन का आवेदन नहीं किये जाने की जानकारी उसे मिली, जिसके बाद वह वहां से हेयर स्ट्रीट थाने पहुंचा और इसकी शिकायत दर्ज करायी. जांच में पुलिस ने बेलियाघाटा के सीआइटी बिल्डिंग स्थित उसके घर से उसे गिरफ्तार कर लिया.