अभी हाल ही में बैंडेल-कटवा लाइन के सिगनल सिस्टम के आधुनिकीकरण के बाद निकाले गये सैकड़ों वर्ष पुराने नैरो गेज सिगनल और इंजन को भी रेलवे म्यूजियम के हवाले कर दिया गया है. गौरतलब है कि हावड़ा डिवीजन में स्थित रेल म्यूजियम में इआइआर, इआर, आसीओआर, एसइआर, एनआआर और सीएलडब्ल्यू के साथ मेट्रो रेलवे कोलकाता के भी ऐतिहासिक महत्व की वस्तुएं रखी हुई हैं.
हावड़ा स्टेशन के पास हुगली नदी के किनारे स्थित लगभग 4.5 एकड़ भूमि में फैले रेल म्यूजियम का उदघाटन 2006 में हुआ था. 2006 के बाद से ही इस म्यूजियम में पूर्व रेलवे द्वारा कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है. इस म्यूजियम में रोजाना सैकड़ों की संख्या में दर्शनार्थी पहुंचते हैं और रेल से संबंधित अपनी जिज्ञासा को शांत करते हैं.