खड़गपुर: सारधा मामले में परिवहन मंत्री मदन मित्रा का बचाव करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब तृणमूल कांग्रेस के महासचिव शंकुदेव पंडा के साथ खड़ी दिख रही हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने सोमवार को सारधा चिटफंड घोटाले के संबंध में पंडा से पूछताछ की थी. ममता ने खड़गपुर में मंगलवार को पार्टी की जनसभा में कहा कि पंडा सारधा कंपनी में केवल वेतन पाने वाले एक कर्मचारी थे. चूंकि वह (शंकुदेव) तृणमूल कांग्रेस से हैं, इस कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है.
जो भी इसके खिलाफ खड़ा होने की कोशिश कर रहा है या तो उसे जेल भेज दिया जा रहा है या फिर सीबीआइ या इडी द्वारा उसे तलब किया जा रहा है. ममता ने हालांकि कहा कि सारधा में कुणाल घोष दोषी है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी और सीबीआइ की धमकी का तृणमूल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
वे लोग कभी भी नहीं झुकेंगे. बनर्जी ने भाजपा नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह का नाम लिये बिना कहा कि उनके नेता यहां आ कर कह रहे हैं कि भाग ममता भाग. इन बेशर्म लोगों के पास व्यावहारिकता नहीं है. वे कहते हैं कि ममता बनर्जी को गिरफ्तार होना ही पड़ेगा. क्या यह इतना आसान है. वे क्या समझते हैं कि यह लॉलीपॉप खाने की तरह है. उन्होंने कहा कि जिन्होंने कभी आंदोलन नहीं किया, कभी संग्राम नहीं देखा. वे उन्हें भगा कर बांग्ला दखल कर लेंगे. उन्होंने साफ कहा कि पार्टी विरोधी कार्य बरदाश्त नहीं किया जायेगा. तृणमूल कांग्रेस सरकार ने तीन वर्ष में जो किया है, 35 वर्षो के शासन में वाम मोरचा नहीं कर पाया था.