कोलकाता: अलीपुर प्रेसिडेंसी जेल के अंदर अस्पताल में इलाज कराने के बाद शारीरिक तौर पर स्वस्थ होकर राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्रा सोमवार रात जेल के अंदर छह नंबर वार्ड में भेजे गये. इस वार्ड में कुल तीस कैदियों के रहने की जगह है. उनके साथ दस कैदियों को रखा गया है.
उधर, मंत्री के लिए जेल वार्ड में टीवी का इंतेजाम किया गया है. सूत्रों के मुताबिक, जेल में मंत्री के मनोरंजन के लिए कोई सामान मौजूद नहीं था. अखबार व मैगजीन पढ़कर वे काफी अकेलापन महसूस कर रहे थे. जिस पर गौर करते हुए मंत्री के वार्ड में दोपहर को टीवी लाया गया.
सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को मेदिनीपुर जिले के दौरे पर थीं. उनके संबोधन को जेल में मंत्री ने टीवी पर देखा. इसके बाद दिन भर वे अपने साथ मौजूद अन्य कैदियों के साथ बात में मशगूल रहे. जेल सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को भी जेल अधीक्षक के दफ्तर में मंत्री से मिलने उनके बेटे व कुछ अन्य रिश्तेदार पहुंचे. लेकिन उन्हें मंत्री से मिलने नहीं दिया गया. लेकिन घर से लाया गया खाना मदन तक पहुंचा दिया गया.
सूत्रों के मुताबिक, वहीं दूसरी तरफ अपने फोन से जेल के अंदर मंत्री के साथ रिश्तेदारों से बात कराने का आरोप डिप्टी जेलर के खिलाफ लगा था. इसे रोकने के लिए एडीजी (कारागार) ने जेल के अंदर सभीकर्मियों को मोबाइल लेकर अंदर ड्यूटी करने पर रोक लगाने का निर्देश दिया था. इस निर्देश की जानकारी मिलते ही डिप्टी जेलर भड़क गये. जेल के अंदर सोमवार रात को हंगामा करने लगे. इसकी जानकारी मिलने के बाद अनुशासन के खिलाफ जाने का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है.