कोलकाता: पश्चिम बंगाल के पंचायत विभाग की सफलता को जम्मू एवं कश्मीर के पुनर्गठन में इस्तेमाल करने के लिए दोनों राज्यों के पंचायत प्रधान इच्छुक हैं. कोलकाता स्थित भारत सेवाश्रम संघ कार्यालय में दोनों राज्यों के 32 पंचायत सदस्यों, शिक्षाविद, समाजसेवी तथा राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी के बीच बैठक हुई.
बैठक में जम्मू एवं कश्मीर में भारत सेवाश्रम के राहत कार्यो की सराहना की गयी. जम्मू डिवीजन के उद्यमपुर जिले के कूद गांव के पंचायत प्रधान नरेंद्र शर्मा ने कहा कि वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिल कर धन्यवाद देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था फिलहाल नहीं है. ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से सीधे गांवों व पंचायतों में धन खर्च किये जाते हैं.
100 दिनों के रोजगार के लिए केंद्र सरकार की ओर से दी जाने वाली राशि पर्याप्त नहीं है. उन्होंने कहा कि बाढ़ के समय तीन दिनों के अंदर भारत सेवाश्रम के स्वयंसेवक राहत सामग्री के साथ पहुंच गये थे. मीर पंचायत प्रधान किसान सिंह ने भी भारत सेवाश्रम की भूमिका की सराहना की. इस अवसर पर भारत सेवाश्रम संघ के मुख्य सचिव स्वामी विश्वात्मानंद ने कहा कि संघ की ओर से जम्मू कश्मीर के विकास के लिए कई योजनाएं हाथ में ली गयी है. इस अवसर पर राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने पंचायत प्रधानों के साथ बातचीत की. उन्होंने संघ के साथ-साथ आम लोगों से भी अपील की कि वे जम्मू कश्मीर के राहत में आगे आयें.