सारधा घोटाला मामले में अब तृणमूल कांग्रेस के अलावा अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं के नाम भी जुड़ने लगे हैं. सारधा घोटाला मामले के आरोपी परिवहन मंत्री मदन मित्रा ने शुक्रवार को माकपा नेताओं पर भी इस घोटाले में शामिल होने का आरोप लगा कर सनसनी फैला दी. हालांकि माकपा नेताओं ने श्री मित्रा के आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए दावा किया कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है. माकपा नेताओं ने कहा कि ममता बनर्जी ने खुद ही कहा था कि मुकुल, मदन, टुंपाइ (संृजय बोस), कुणाल और ममता क्या चोर हैं. इनमें मदन, सृंजय व कुणाल तो सलाखों के पीछे पहुंच गये हैं, जल्द ही अन्य आरोपी भी जेल के अंदर होंगे.
मदन मित्रा को राहत नहीं, 14 दिनों की जेल हिरासत
अलीपुर अदालत ने सारधा चिटफंड घोटाले के आरोपी परिवहन मंत्री मदन मित्रा की जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. दो जनवरी को उन्हें फिर अदालत में पेश किया जायेगा. अदालत के निर्देश के बाद श्री मित्रा को अलीपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया. अदालत परिसर से अलीपुर सेंट्रल जेल ले जाने के दौरान मंत्री समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया और ‘मदन मित्रा जिंदाबाद’ के नारे लगाये और उनकी गाड़ी पर फूल फेंके.
अदालत में मंत्री के वकील ने उन्हें जमानत देने की मांग की, लेकिन सीबीआइ के वकील ने दलील दी कि श्री मित्रा काफी प्रभावशाली नेता हैं. अदालत में पेश किये जाने के समय अदालत उनका प्रभाव देख चुकी है. उन्होंने कहा कि यदि मदन मित्रा को जमानत पर रिहा किया जाता है, तो वह प्रमाण नष्ट कर सकते हैं. उनकी सुदीप्त सेन के साथ कई बार बैठक हुई है और उन्होंने सारधा के लिए कई सभाएं की थी. श्री मित्रा ने निवेशकों को सारधा में पैसे निवेश करने के लिए भी उत्साहित किया था. सीबीआइ ने अदालत से मदन मित्रा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत भेजने की अपील की.
दूसरी ओर, मदन मित्राा ने अदालत में आरोप लगाया कि सीबीआइ उनके वॉयस रिकार्ड करने के लिए जोर दे रही है. उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर रही है. इससे पहले सीजीओ कंप्लेक्स से अदालत जाने के दौरान संवाददाताओं के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्होंने सीबीआइ को बताया है कि सारधा कांड में माकपा के कई नेता भी लाभान्वित हुए हैं. मदन मित्रा ने माकपा नेता मोहम्मद सलीम, रबीन देव और सुजन चक्रवर्ती का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने सीबीआइ को इन तीनों के नाम बताये हैं.
एसएसकेएम में भरती हुए मदन
बीमार होने की शिकायत करने के बाद परिवहन मंत्री मदन मित्राा को शुक्रवार को फिर एसएसकेएम अस्पताल में भरती कराया गया. इससे पहले अलीपुर अदालत द्वारा परिवहन मंत्री को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्देश दिया गया था. श्री मित्रा को शाम 7.05 बजे अलीपुर केंद्रीय संशोधनागार ले जाया गया. श्री मित्रा ने सीने में दर्द की शिकायत की. जेल के डॉक्टरों ने परीक्षण किया, लेकिन बाद में एसएसकेएम अस्पताल रेफर कर दिया. श्री मित्रा को शाम 7.35 बजे एसएसकेएम अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के केबिन नंबर तीन में भरती कराया गया. यह केबिन तृणमूल कांग्रेस के गिरफ्तार सांसद सृंजय बोस के दो नंबर केबिन के पास है. इससे पहले श्री बोस को भी सारधा घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बीमार होने के कारण वह फिलहाल एसएसकेएम अस्पताल में भरती हैं.