कोलकाता. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा है कि सारधा मामले में सीबीआइ द्वारा मदन मित्रा की गिरफ्तारी के बाद तृणमूल कांग्रेसी सीबीआइ की राह में रोड़े अटका रही है. लेकिन ऐसा करने से तृणमूल की समस्याएं और बढ़ेंगी. सीबीआइ हालात से निपटने के लिए केंद्रीय बल मंगा सकती है या फिर मामले को दूसरे राज्य में स्थानांतरित कर सकती है. ऐसा पहले भी हो चुका है. राज्य सरकार को अपने राजधर्म का पालन करना चाहिए. लेकिन वह ऐसा नहीं कर रही है.
दरअसल तृणमूल बुरी तरह डर गयी है. वह जानती है कि कुणाल के जुबान खोलने से जब उसकी समस्याएं इतनी बढ़ गयीं, तो मदन मित्रा यदि अपनी जुबान खोल दें, तो क्या होगा. श्री सिन्हा ने दावा किया कि मदन मित्रा यदि जुबान खोलते हैं, तो यह सरकार 10 दिन भी नहीं चलेगी. उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि मदन मित्राा की तर्ज पर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं. एक फोटो दिखाकर वह प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं.
यह हास्यास्पद है. यदि फोटो से ही गिरफ्तारी होती, तो राज्य के ब्रैंड एंबेसडर शाहरुख खान से लेकर कई आला क्रिकेटरों को भी गिरफ्तार करना होगा. इसके अलावा मदन मित्रा की गिरफ्तारी कोई तसवीर खिंचवाने की वजह से नहीं हुई है बल्कि सारधा कांड में पैसा खाने की वजह से हुई है. माकपा पर हमला करते हुए राहुल सिन्हा ने कहा कि तृणमूल के निर्देश पर माकपा का प्रदर्शन का नाटक चल रहा है. दरअसल भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता को वह कम करने के लिए ही प्रदर्शन आदि कर रहे हैं.
भाजपा इस वक्त प्रदर्शन इसलिए नहीं कर रही, क्योंकि वह जानती है कि हंगामा करने के लिए मौजूदा वक्त में तृणमूल मौका तलाश रही है. उसे यह मौका वह नहीं देना चाहती. 23 से 30 दिसंबर तक राज्य भर भाजपा की हर इकाई विरोध प्रदर्शन करेगी. 23 दिसंबर को भाजपा का महाजुलूस कॉलेज स्क्वायर से धर्मतला तक जायेगा. महाजुलूस का नारा होगा : ‘नरेंद्र मोदी का अपमान, सारे भारत का अपमान’. जुलूस में वह सभी भ्रष्टाचार विरोधी लोगों को शामिल होने का आह्वान कर रहे हैं. 25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन को ‘सुशासन दिवस’ के तौर पर मनायेंगे.