हावड़ा: लिलुआ होम से लगातार भाग रही लड़कियों से परेशान होकर आखिरकार प्रशासन ने होम की सुरक्षा व्यवस्था को और दुरुस्त करने का निर्णय लिया है.
चार महीनों के दौरान होम की दीवारों को फांद कर लड़कियों के भागने की घटनाओं से सबक लेते हुए होम की दीवारों की ऊंचाई चार फीट बढ़ा दी गयी है. साथ ही दीवारों की ऊपरी सतह पर गोलाकार कंटीले तार लगाये गये हैं. होम के अंदर तोड़फोड़ व उत्पात मचानेवाली बांग्ललादेशी लड़कियों के लिए एक अलग से डोरमेटरी बनायी गयी है, जबकि भारतीय लड़कियों के लिए अलग कमरा बनाया गया है.
यह जानकारी एसडीओ (सदर) वाणी प्रसाद दास ने दी है. एसडीओ ने बताया कि कुल 20 लाख की लागत से होम का नवीनीकरण किया गया है. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों में कई बार इस होम से लड़कियां भागी हंै. भागनेवाली सभी लड़कियां बांग्लादेशी थीं. इसी को ध्यान में रखते हुए इन लड़कियों के लिए अलग से एक डोरमेटरी बनायी गयी है. वर्तमान में लिलुआ होम में बांग्लादेशी लड़कियों की संख्या 92 है, जबकि चाइल्ड नीड केयर एंड प्रोटेक्शन के अंतर्गत कुल 97 भारतीय किशोरियां हैं. एसडीओ ने बताया कि लिलुआ होम में बांग्लादेशी लड़कियों को लेकर कुल 219 लड़कियां अभी रह रही हैं. उन्होंने बताया कि होम के आसपास की झाड़ियों की सफाई कर दी गयी है. लिलुआ होम तीन एकड़ जमीन पर फैला है, इसलिए झाड़ियां काफी अधिक हो गयी थीं. होम के चारों तरफ बड़ी वेपर लाइटें लगायी गयी हैं. एसडीओ ने बताया कि होम में सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. बहुत जल्द तीन सीसीटीवी कैमरे लगा दिये जायेंगे.