कोलकाता: बारासात के कामदुनी कांड को लेकर भवानी भवन कार्यालय के बाहर प्रदेश युवा इंटक के कार्यकारी अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया. गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे भवानी भवन के सामने स्थित सड़क पर युवा इंटक के कार्यकताओं ने पथावरोध शुरू किया. करीब तीन घंटे तक पथावरोध चला. इससे व्यापक यातायात जाम की समस्या पैदा हो गयी.
राकेश सिंह ने आरोप लगाया कि कामदुनी घटना के मुख्य आरोपी को मुख्यमंत्री बचाना चाह रही है. अगर सीआइडी ने तुरंत चाजर्शीट आरोपी के खिलाफ दायर नहीं किया तो युवा इंटक महानगर में व्यापक आंदोलन छेड़ेगा. साथ ही कहा कि मुख्य आरोपी को अगर उचित सजा नहीं मिली तो युवा इंटक राज्य भर में व्यापक आंदोलन करेगा. आवश्यकता पड़ी तो राइटर्स का भी घेराव किया जायेगा. प्रदर्शन में दक्षिण कोलकाता के इंटक के अध्यक्ष आमिर परवेज, मोहम्द नदीम, मोहम्मद शकील सहित सैकड़ों युवा समर्थक मौजूद रहे.
महिलाओं का विरोध प्रदर्शन
बारासात में छात्र से दुष्कर्म व हत्या की घटना व राज्य में महिलाओं के प्रति होने वाले आपराधिक मामलों के खिलाफ पश्चिम बंग गणतांत्रिक महिला समिति की कार्यकर्ताओं ने भवानी भवन के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन गुरुवार को अपराह्न 3.30 बजे शुरू हुआ. कार्यकर्ताओं ने इन घटनाओं का जिम्मेवार तृणमूल सरकार को ठहराया. उन्होंने सरकार से महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध पर अंकुश लगाने की मांग की है. उधर, दक्षिण कोलकाता में भी महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया.
सीबीआइ की मांग में ग्रामीणों ने किया अवरोध
कामदुनी कांड की सीबीआइ जांच की मांग में गुरुवार को कामदुनी के ग्रामवासियों ने फिर सड़क अवरोध किया. अवरोध कामदुनी मोड़ पर खोरीबाड़ी रोड पर किया. ग्रामीणों ने सीआइडी के चाजर्शीट पर असंतोष जताया. उन्होंने मामले की जांच सीआइबी से कराने की मांग की.
12 को कोर्ट में सुनवाई
कामदुनी में कॉलेज छात्र से दुष्कर्म कर उसकी हत्या करने के मामले में दायर अधूरे व असंगतिपूर्ण चाजर्शीट पर बारासात फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वारा उठाये गये सवाल पर गुरुवार को सीआइडी कोई संशोधित रिपोर्ट जमा नहीं कर पायी. गौरतलब है कि कोर्ट ने बुधवार को सीआइडी के चाजर्शीट को अधूरा बताते हुए सीआइडी को फटकार भी लगायी थी. गुरुवार तक सीआइडी को मामले की पूरी रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा था. कोर्ट सूत्रों के मुताबिक, सीआइडी की ओर से गुरुवार को कोर्ट को बताया गया जो चाजर्शीट दाखिल किया गया है वह पूर्ण नहीं है. सुनवाई के बाद जज ने अगली सुनवाई के लिए 12 जुलाई का दिन निर्धारित किया.