कोलकाता: मच्छर से बचने के लिए क्वायल जलाने में लापरवाही बरतने के कारण एक व्यक्ति आग में बुरी तरह झुलस गया. घटना ठाकुरपुकुर कैंसर अस्पताल के निकट मंगलवार तड़के एक पेट्रोल पंप के पास खड़ी बस के अंदर घटी. जब तक लोगों को बस के अंदर एक व्यक्ति के मौजूद होने की भनक लगती, तब तक वह बुरी तरह झुलस चुका था.
घटना के बाद तत्काल उसे बस से बाहर निकाल कर स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक का नाम बीरेन हल्दार (40) है. वह पेशे से एक बस का कंडक्टर है, और दक्षिण 24 परगना के विष्णुपुर का रहने वाला था. घटना के बाद उसके घरवालों को सूचित कर दिया गया. पुलिस को स्थानीय लोगों ने बताया कि बाबूघाट से ठाकुरपुकुर जाने वाली 40बी रूट की एक बस रोजाना रात को ठाकुरपुकुर कैंसर अस्पताल के पास एक पेट्रोल पंप में खड़ी रहती है.
बीरेन हल्दार रोजाना रात उस बस के अंदर सोया करता था. ठंड के कारण रात को बस की सारी खिड़कियां बंद कर वह अकेले सोता था. सोमवार रात को भी वह क्वायल जलाकर सोया था. मंगलवार तड़के क्वायल जलने के बाद उसकी चिनगारी से अंडा का खोल भी सुलग पड़ा और धीरे धीरे आग बिस्तर में फैल गयी. बस की खिड़कियां बंद होने के कारण धुआं अंदर ही रहा.
इधर आग लगने के डेढ़ से दो घंटे बाद सुबह छह बजे के करीब लोगों की नजर इस पर पड़ी. काफी समय बाद बस के अंदर से धुआं निकलते देख उन्होंने दमकल विभाग को खबर दिया. घटनास्थल पर दमकल के दो इंजन भेज कर आग पर काबू पाने की कोशिश की जाने लगी. धुआं बाहर निकलने के लिए दमकल कर्मियों ने बस की खिड़की खोली तो देखा कि अंदर एक व्यक्ति अचेत हालत में झुलसा पड़ा था. तत्काल उसे स्थानीय अस्पताल में ले जाने पर चिकित्सा के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत करार दिया. डॉक्टरों का कहना था कि धुआं से दम घुटने के अलावा शरीर का अधिकतर हिस्सा झुलस जाने के कारण उसकी मौत हो गयी. शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.