कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले में एक लड़की के साथ बलात्कार और उसकी नृशंस हत्या के 10 दिन बाद लड़की के परिवार से मुलाकात करने गयीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विरोध करने पर उनकी ही पार्टी की विधायक शिखा मित्र ने आज गांव वालों की तारीफ कर डाली.
लड़की के साथ बलात्कार और उसकी हत्या की घटना 7 जून को घटी थी जिसके बाद 17 जून को जब मुख्यमंत्री दौरे पर गयीं तो गांव की महिलाओं ने उनका विरोध किया. इस घटनाक्रम का जिक्र करते हुए शिखा ने कहा, ‘‘मैं कमुदिनी गांव के लोगों को सलाम करती हूं जिन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की यात्र के दौरान विरोध प्रदर्शन का साहस दिखाया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में विरोध बहुत जरुरी है. मुख्यमंत्री को स्वयं भी महिला होने के नाते महिलाओं की चिंता पर संवेदनशीलता के साथ ध्यान देना चाहिए.’’
विरोध करने वाली महिलाओं को ममता द्वारा ‘माओवादी’ और ‘माकपा कार्यकर्ता’ कहे जाने के संबंध में शिखा ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि किस आधार पर निदरेष गांव वालों को माओवादी कहा गया. उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने सवाल उठाने का साहस किया था, क्या इसलिए.’’ विधायक ने कहा कि बेगुनाह लोगों पर माओवादियों का ठप्पा लगाने की प्रवृत्ति सही नहीं है.