कोलकाता. आज के आधुनिक युग की भागम-भाग में हमारी रातों की नींद उड़ गयी है. सभी में आगे निकलने की होड़ लगी हुई है और ऐसे में हमारी नींद ही जैसे खत्म हो गयी है.
काम का दबाव बढ़ने के साथ ही मानसिक दबाव भी बढ़ता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, अगले पांच वर्षो में सिर्फ एशियाई देशों में 30 प्रतिशत लोग मानसिक रोग से ग्रसित होंगे, इसलिए महानगर के लोगों को चैन की नींद सुलाने के लिए राज्य सरकार ने यहां स्लीप लैबोरेटरी की स्थापना करने का फैसला किया है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महानगर में स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइक्रियाटिक में यह लैबोरेटरी बनायी जायेगी. महानगर में भी करीब 13-14 प्रतिशत लोगों की नींद सही नहीं होती है, जिससे यहां के लोगों में भी इंसोमेनिया होने का खतरा बढ़ गया है. ऐसे में राज्य सरकार ने अभी से ही इसके खिलाफ अभियान चलाने का फैसला किया है.