कोलकाता/ हुगली. सिंगुर मामले की सुनवाई और एक माह टल गयी. सर्वोच्च न्यायालय की डिवीजन बेंच ने अगली सुनवाई 19 व 20 नवंबर को करने की घोषणा की है.
मंगलवार को 16वें नंबर पर सिंगूर मामले की सुनवाई होनेवाली थी, लेकिन 15वें नंबर के मामले की सुनवाई करते-करते शाम चार बज गया. उसके बाद टाटा समूह के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सिंगूर मामले की सुनवाई दीपावली के बाद करने की अपील की. सर्वोच्च न्यायालय ने उनकी अपील मानते हुए 19 व 20 नवंबर को सुनवाई का दिन निर्धारित किया. राज्य सरकार के वकील का दावा है कि 19 व 20 नवंबर को सुनवाई के बाद सर्वोच्च न्यायालय अंतिम निर्णय देगा.
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के सिंगूर जमीन पुनर्वास व विकास अधिनियम 2011 को कलकत्ता हाइकोर्ट के न्यायाधीश पिनाकीचंद घोष व न्यायाधीश मृणालकांति चौधरी की डिवीजन बेंच ने असंवैधानिक करार दिया था. इस फैसले की चुनौती देते हुए राज्य सरकार ने स्पेशल लीव पिटिशन दायर की थी.
आज उस मामले की सुनवाई होनी थी. 2011 में सत्ता में आने के बाद ही ममता बनर्जी की सरकार ने यह कानून पारित किया था. इस कानून के अनुसार, राज्य सरकार ने सिंगूर की जमीन को अपने हाथ में ले लिया था. इसके खिलाफ ही टाटा मोटर्स ने हाइकोर्ट में मामला दायर किया था. मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय में इस मामले की सुनवाई को लेकर सिंगूर के किसानों को काफी उमंग व उत्साह था. सिंगूर के किसानों की निगाहें टीवी पर टिकी हुई थीं, लेकिन निर्णय स्थगित होने के बाद उन्हें निराशा हाथ लगी. सिंगूर के किसानों का कहना है कि अब वे लोग आंदोलन नहीं, वरन उद्योग चाहते हैं.