शराबी पति होने के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहा था परिवार
कोलकाता : अपने दो मासूम बच्चों का गला घोंट कर एक मां ने फांसी के फंदे पर चढ़कर खुद को भी मौत के गले लगा लिया. घटना काशीपुर इलाके के एफसी आइ गोदाम के निकट गोपाल चटर्जी रोड में गुरुवार देर रात घटी. यहां एक महिला ने दो बच्चों के साथ खुद को कमरे में बंद कर पहले अपनी सात वर्षीय बेटी का गला घोंटा, फिर अपने 9 वर्षीय बेटे को भी रस्सी से गला दबा कर कत्ल कर दिया और खुद भी पंखे से दुपट्टे की मदद से फांसी लगा ली. मृतक महिला का नाम सुमित्र देवी यादव (33) है.
जबकि उसकी बेटी का नाम ऐश्वर्या यादव उर्फ महक (7) और बेटे का नाम आदर्श यादव उर्फ आशीष (9) है. दोनों कक्षा दो व कक्षा चार में पढ़ते थे. सुमित्र का परिवार मूलत: उत्तर प्रदेश के गोसाइगंज का रहने वाला है. घटना की जानकारी मृतक के परिवार वालों को देने पर पुलिस ने तीनों शव को जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि इस मामले में परिवार के किसी भी व्यक्ति की तरफ से स्थानीय थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है.
कैसे हुआ खुलासा
पड़ोस में रहने वाली निर्मला झा ने बताया कि सुमित्र का पति पेशे से ट्रक चालक है. काम के सिलसिले में राज्य से बाहर लॉरी ले जाने के कारण महीने में अधिकतर समय वह घर से बाहर हीं रहता है. इसके कारण सुमित्र अपनी सांस के साथ हीं घर में रहती थी. हाल ही में वह एक सप्ताह पहले काम के सिलसिले में घर से बाहर निकला था. शुक्रवार को कमरे से काफी देर तक बाहर नहीं निकली. दोनों बच्चों के नाम से आवाज लगायी. काफी देर बाद आवाज लगाने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला. कमरा अंदर से बंद होने के कारण खिड़की से अंदर झांका तो सुमित्र को कमरे के अंदर फंदे से लटके हालत में देखा.
पास में बिस्तर पर आदर्श और ऐश्वर्या अचेत पड़े थे. इसकी जानकारी काशीपुर थाने को देने पर पुलिस ने कमरा तोड़कर सभी को आरजीकर अस्पताल पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने सभी को मृत घोषित कर दिया. पड़ोसियों का कहना है कि अक्सर उसका बेटा व बेटी घर में अपनी दादी माया देवी के साथ रात को सोते थे, जबकि मां सुमित्र कमरे में अकेले सोती थी. गुरुवार रात रोजाना के तरह रात को अपने कमरे में अकेली सोयी थी, लेकिन बच्चों के बिना नींद नहीं आने का कारण बता कर 12 बजे के करीब सास के कमरे से दोनों बच्चों को अपने कमरे में ले आयी थी और 12 से दो बजे के बीच उनका गला घोंट दिया.