कोलकाता : अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राज्य के पैरा टीचरों का आंदोलन जारी है. वह पिछले आठ दिनों से साल्ट लेक स्थित सेंट्रल पार्क के सामने धरने पर बैठे हुए हैं. शुक्रवार को अचानक पांच शिक्षकों की हालत बिगड़ गयी और दो शिक्षकों को गंभीर हालत में एनआरएस में भर्ती कराना पड़ा.
उनके नाम मुर्शिदाबाद के अब्दुल वाहब मल्लिक और दक्षिण 24 परगना (संदेशखाली-1) के तापस बोर हैं. यह जानकारी पैरा टीचर्स एको मंच की सह संयोजक मधुमिता बनर्जी ने दी. उन्होंने बताया कि भूख हड़ताल पर बैठे पैरा टीचरों की हालत बिगड़ती जा रही है, जिनकी स्थिति काफी गंभीर है,उन्हें धरना स्थल से हटाया गया है. दो शिक्षकों को एनआरएस व अन्य तीन को दूसरे अस्पताल में भर्ती किया गया है. लगभग 5,000 पैरा टीचर बाहर मैदान में रात गुजार रहे हैं.
सरकार उनकी कोई बात नहीं सुन रही है, जिससे उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा है. उनका कहना है कि हर हालत में वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे, वे सरकार के किसी दबाव के आगे घुटने नहीं टेकेंगे. उन्होंने कहा कि काफी समय से प्राथमिक स्कूलों में पैरा टीचरों को मात्र 10,000 रुपये वेतन दिये जा रहे हैं जबकि उन्हें 15,000 रुपये वेतन मिलना चाहिए. वहीं पांचवी से आठवीं के पैरा टीचरों को 13,000 रुपये वेतन मिलता है, जबकि पे स्केल के अनुसार उनको 20,000 रुपये वेतन मिलना चाहिए. पे स्केल ठीक करने की मांग पर वे काफी समय से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी कोई बात नहीं सुन रही है.