कोलकाता: टैक्सी रिफ्यूजल के नाम चालकों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन और सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन ने संयुक्त रूप से क्रमबद्ध आंदोलन की घोषणा की है.
टैक्सी चालकों पर होने वाले अत्याचार को लेकर दोनों परिवहन संगठनों के आला नेताओं के बीच गुरुवार को श्रमिक भवन में महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक के दौरान प्रदेश एटक के सचिव व कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव, सीटू समर्थित वेस्ट बंगाल टैक्सी वर्कर्स यूनियन के नेता अनादि साहू, प्रसाद गुहा, अवनीश शर्मा, मुकेश तिवारी समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे. बैठक के बाद घोषणा की गयी कि नौ अगस्त को महानगर में टैक्सी चालकों को लेकर वृहद सम्मेलन किया जायेगा. इस सम्मेलन के बाद ही आंदोलन की अगली योजना की घोषणा की जायेगी.
नवल किशोर श्रीवास्तव ने कहा कि रिफ्यूजल के नाम पर टैक्सी चालकों से करीब तीन से पांच हजार रुपये वसूले जा रहे हैं. इनसे उनकी रोजी-रोटी पर समस्या खड़ी हो रही है. परिवहन संगठन टैक्सी रिफ्यूजल का विरोध करता है लेकिन रिफ्यूजल के नाम पर फर्जी मामलों को भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. यूनियन के समक्ष ऐसे कई मामले आये हैं जिनमें रिफ्यूजल के मामलों के पुख्ता सबूत नहीं होने के बावजूद चालकों से जुर्माना वसूले गये.
इतना ही नहीं यदि टैक्सी चालक पर तीन दफा रिफ्यूजल के मामले दर्ज हो तो उसकी ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द हो सकती है. आरोप के मुताबिक जुर्माने के रूप में तीन से पांच हजार रुपये गैर लोकतांत्रिक ढंग से वसूले जा रहे हैं. परिवहन विभाग द्वारा टैक्सी स्टैंड की व्यवस्था की घोषणा की गयी थी लेकिन तृणमूल सरकार के सत्ता में होने के तीन वर्ष पूरे हो गये लेकिन टैक्सी चालकों के हित के लिए ऐसी व्यवस्था नहीं हो पायी. आलम यह है कि ड्राइविंग लाइसेंस के नवीकरण कराने को लेकर भी परेशानी खड़ी की जा रही है. सात अगस्त को महानगर में धर्मतल्ला के वाइ चैनल से कॉलेज स्क्वायर तक रैली निकाली जायेगी.