अजय विद्यार्थी
कोलकाता : केंद्रीय महिला व बाल कल्याण मामलों की मंत्री देबश्री चौधरी ने गुरुवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मुलाकात की. चौधरी ने कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की थी. उसके बाद आज उपराष्ट्रपति से मुलाकात की और उन्हें बंगाल की वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति से अवगत कराया है.
चौधरी ने प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कहा कि बंगाल की वर्तमान हालत से पूरा देश चिंतित है. बंगाल में लगातार हिंसा की घटनाएं घट रही हैं. राज्य सरकार कानून व्यवस्था संभालने में विफल रही है. उन्होंने ममता बनर्जी द्वारा भाजपा के खिलाफ माकपा और कांग्रेस के एकजुट होने के प्रस्ताव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि माकपा और कांग्रेस ने उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया है, क्योंकि चुनाव के पहले ममता बनर्जी ने जिस तरह से इंच-इंच बदला लेंगे की घोषणा की थी. भाजपा के साथ-साथ माकपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हमले किये गये थे. उनके साथ अन्याय किया गया था. उसे कांग्रेस और वाममोर्चा के कार्यकर्ता अभी तक नहीं भूले हैं.
उन्होंने कहा कि केवल भाजपा ही नहीं, कांग्रेस और माकपा के कार्यकर्ता भी ममता के अत्याचार से मुक्ति चाहते हैं. कांग्रेस और माकपा ने तेलगू देशम के नेता चंद्रबाबू नायडू का हर्ष देखा है, जिन्होंने ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का विरोध किया और ममता का साथ दिया. जनता ने उन्हें खारिज कर दिया है. खुद ममता बनर्जी समझ गयी हैं कि अब उनका ज्यादा दिन नहीं है. वास्तव में ममता बनर्जी भाजपा से भयभीत हो गयी हैं. उन्हें सत्ता खोने का डर लग रहा है.