चुनाव के बाद बंगाल से कमल का निशान मिट जायेगा
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बंगाल का विभाजन धर्म के नाम पर नहीं होने देंगे : अभिषेक
चुनाव के बाद बंगाल से कमल का निशान मिट जायेगा कोलकाता : धर्म के नाम पर बंगाल का विभाजन नहीं होने देंगे. भाजपा धर्म के नाम पर बंगाल को बांटने की राजनीति कर रही है. हमारे लिए सभी धर्म समान है. सोमवार को दक्षिण 24 परगना जिले के आकड़ा में एक सभा में तृणमूल सांसद […]
कोलकाता : धर्म के नाम पर बंगाल का विभाजन नहीं होने देंगे. भाजपा धर्म के नाम पर बंगाल को बांटने की राजनीति कर रही है. हमारे लिए सभी धर्म समान है. सोमवार को दक्षिण 24 परगना जिले के आकड़ा में एक सभा में तृणमूल सांसद बनर्जी ने ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि माकपा मुस्लिम समुदाय का वोट पाने के लिए मुस्लिम उम्मीदवार उतारती है, लेकिन जब चुनाव आयोग ने रमजान के समय ही वोट की तिथि घोषणा की, तो भाजपा, माकपा और कांग्रेस किसी ने भी इस पर आवाज नहीं उठायी. सिर्फ तृणमूल कांग्रेस ने आवाज उठायी.
हम चुनाव आयोग का सम्मान करते हैं, लेकिन रमजान में वोट से मुस्लिम भाइयों को दिक्कतें होंगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन बंगाल के विकास के लिए कुछ नहीं करती है. गुजरात में बड़ी-बड़ी मूर्ति बनाए जा रहे हैं लेकिन बंगाल को विकास के लिए धन देने से वंचित रखा गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में गैस के दाम आसमान छू रहे हैं. हर चीज के दाम बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन जितनी बार भाजपा हारी है, उतनी ही बार जीएसटी कम हुआ है.
सामान के दाम कम हुए हैं. चुनाव के बाद बंगाल में भाजपा का कमल निशान भी नहीं दिखेगा. उन्होंने कहा कि निर्वाचन की तिथि घोषणा के लगभग पंद्रह दिन बीत गये, लेकिन भाजपा अभी भी यहां से अपना उम्मीदवार तक नहीं तय कर पायी है. उन्होंने कहा कि बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार आम लोगों की हर समस्या में हमेशा पास रही है और उनके लिए काम की है, इसलिए बंगाल में चुनाव प्रचार करने योगी आये अथवा नरेंद्र मोदी, किसी से कुछ फर्क पड़नेवाला नहीं है.
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