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कोलकाता पोर्ट में मार्च तक लगेंगे कंटेनर स्कैनर, सुरक्षा के लिए कंटेनर स्कैनर की होगी महत्वपूर्ण भूमिका
कोलकाता : कोलकाता पोर्ट में जल्द ही मार्च तक कंटेनर स्कैनर लगाये जायेंगे. भारत के पांच पोर्ट में यह स्कैनर लगाने का काम शुरू हो रहा है. उसमें कोलकाता पोर्ट भी शामिल है. मार्च तक यह स्कैनर लग जायेंगे. सुरक्षा के मामले में कंटेनर स्कैनर की बड़ी भूमिका होगी. उक्त स्कैनर से कंटेनर के गुजरते […]
कोलकाता : कोलकाता पोर्ट में जल्द ही मार्च तक कंटेनर स्कैनर लगाये जायेंगे. भारत के पांच पोर्ट में यह स्कैनर लगाने का काम शुरू हो रहा है. उसमें कोलकाता पोर्ट भी शामिल है. मार्च तक यह स्कैनर लग जायेंगे. सुरक्षा के मामले में कंटेनर स्कैनर की बड़ी भूमिका होगी. उक्त स्कैनर से कंटेनर के गुजरते ही उसे बिना खोले अंदर कुछ विस्फोटक या संदिग्ध हानिकारक वस्तु के बारे में पता चल जायेगा.
यह कंटेनर स्कैनर कोलकाता पोर्ट खरीद रहा है. इसका संचालन कस्टम्स विभाग ही करेगा. यह जानकारी कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन विनीत कुमार ने दी. शनिवार को कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केपीटी) में डीएमआइसीडीसी लॉजिस्टिक्स डाटा बैंक (एलडीबी) सर्विस का उद्घाटन किया गया.
शुरू हुई एलडीबी सर्विस, सिस्टम में आयेगी पारदर्शिता
उद्घाटन करते हुए श्री कुमार ने कहा कि शनिवार से ही एलडीबी सर्विस शुरू की गयी. इस सर्विस से मुख्य रूप से भारत में आयात-निर्यात के दौरान कंटेनरों की ट्रैकिंग (लोकेशन पता) की जा सकेगी. उन्होंने कहा कि कंटेनर आने में विलंब होने पर आसानी से उसके लोकेशन के बारे में जानकारी मिल जायेगी.
उन्होंने कहा कि इसके लिए कंटेनरों में आरएफआइडी टैग लगाया जा रहा है. पोर्ट्स के गेट पर, नेशनल हाइवे, टोल प्लाजों और सीएफएस में सभी जगहों एक रीडर लगाये गये हैं. कंटेनर गुजरने पर रीडर उसे रीड कर लेगा, जिससे उसका लोकेशन पता चलता रहेगा. इससे ग्राहकों को सुविधा होगी. समय बचेगा और सिस्टम में पारदर्शिता आयेगी.
वेस्टर्न पोर्ट में आयी गति, इस्टर्न में भी आयेगी तेजी
उन्होंने कहा कि यह टेक्नोलॉजी जापान से लाया गया है. यह सेवा पहले वेस्टर्न पोर्ट में शुरू हुआ, जिसके बाद ही 25 प्रतिशत बदलाव देखा गया. समय की बचत व सहुलियत होने के साथ-साथ व्यवसाय व आयात-निर्यात में तेजी आयी. वेस्टर्न के बाद अब ईस्टर्न पोर्ट में भी ऐसा हो रहा है. इससे इस्टर्न पोर्ट में भी आयात-निर्यात में तेजी आयेगी.
कैसे पता करेंगे कंटेनर का लोकेशन
उन्होंने कहा कि इसके लिए एक एेप भी जारी किया गया है. ऐप में कंटेनर का नंबर डालते ही सारी जानकारी विस्तृत में मिल जायेगी. साथ ही साइट www.idb.co.in के जरिए भी वे कंटनेर का नंबर डालते उसके बारे में वर्तमान से लेकर पीछे का भी सारा डाटा विस्तृत रूप से मिल जायेगा.
कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में डीएमआइसीडीसी के सीइओ व एमडी अलकेश के शर्मा, डीएलडीएसएल के सीइओ पीयूष सिन्हा, डीएलडीएसएल के डॉयरेक्टर इचीरो ओसिमा, केपीटी के डेपुटी चेयरमैन एस बालाजी अरुणकुमार, केपीटी की सेक्रेटरी एस. प्रधान, पोर्ट के कस्टम्स के अधीक्षक सुब्रत देवनाथ, केपीटी के ट्रैफिक मैनेजर (टीएम) हिमांशु शेखर, डीएलडीएसएल के सीओओ सुरजीत सरकार उपस्थित थे.
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