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मंडराने लगा डेंगू का खतरा, पर हरकत में नहीं आया है प्रशासन
शिव कुमार राउत स्वास्थ्य विभाग ने जारी की रिपोर्ट, 46 लोग आ चुके हैं डेंगू की चपेट में कोलकाता : डेंगू का मच्छर बेमौसम ही अपना कहर बरपाना शुरू कर चुका है. इसकी शुरुआत कोलकाता व विधाननगर से हुई है. दोनों इलाकों में डेंगू के मामले सामने आये हैं. स्वास्थ्य विभाग ने भी ताजा रिपोर्ट […]
शिव कुमार राउत
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की रिपोर्ट, 46 लोग आ चुके हैं डेंगू की चपेट में
कोलकाता : डेंगू का मच्छर बेमौसम ही अपना कहर बरपाना शुरू कर चुका है. इसकी शुरुआत कोलकाता व विधाननगर से हुई है. दोनों इलाकों में डेंगू के मामले सामने आये हैं. स्वास्थ्य विभाग ने भी ताजा रिपोर्ट जारी की है, जिसके अनुसार जनवरी से मार्च महीने के प्रथम सप्ताह तक राज्य में 46 लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू फैलाने वाले मच्छर के स्वभाव में हुए बदलाव के कारण अब साल भर इस बीमारी का प्रकोप देखा जा रहा है.
माना जाता है कि ठंड आते ही डेंगू के लार्वा नष्ट हो जाते हैं. जिससे काफी हद तक डेंगू का प्रकोप कम हो जाता है. लेकिन इस साल तो शुरूआत से ही लोग डेंगू की चपेट में आने लगे हैं. पर प्रशासन अब तक सोया है. अभी हाल में ही डायरिया का प्रकोप सामने आया था. ऐसे में डेंगू का फैलना न सिर्फ आम लोग बल्कि प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय है. सूत्रों के अनुसार, घनी अाबादी वाले विधाननगर और कोलकाता के कई स्थानों पर डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं, लेकिन इनके सफाये के लिए न स्वास्थ्य विभाग अलर्ट दिख रहा और न दोनों नगर निगम. इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक उपचार मुहैया कराने के मद्देनजर तैयारियां भी शुरू नहीं की है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार साल 2017 में डेंगू से 10967 लोग बीमार पड़े थे, जबकि 19 की मौत हुई थी. वहीं गैरसरकारी रिपोर्ट के अनुसार, एक हजार से अधिक लोग डेंगू से मारे गये थे .
विधाननगर के इन स्थानों पर पनप रहा है लार्वा
विधाननगर नगर निगम उत्तर 24 परगना जिला में स्थित है. गत वर्ष जिले में डेंगू का प्रकोप सबसे अधिक देखा गया था. वहीं विधाननगर में भी डेंगू का कहर बरपा था और कई लोगों की मौत हो गयी थी. इसके बाद भी प्रशासन की नींद नहीं खुली है. ऐसे में इस वर्ष भी विधाननगर में डेंगू कहर बरपा सकता है. गौरतलब है कि इस वर्ष विधाननगर नगर निगम के सेंट्रल पार्क परिसर में पुस्तक मेले का आयोजन किया गया था. मेले के लिए पार्क के बाहर कुछ फाउंटेन (फौव्वारा) बनाये गये है. जो मेले के खत्म होने के बाद से ही बंद पड़े हुए हैं. ऐसे में फौव्वारा का पानी गंदगी से भर गया है. जहां अब मच्छर के लार्वा पनपने लगे हैं. वहीं सेंट्रल पार्क के जलाशयों में भी साफ सफाई के अभाव में डेंगू व मलेरिया के मच्छर पनप रहे हैं.
एसएसकेएम अस्पताल में कई स्थानों पर जमा है पानी: कोलकाता महानगर में कई जगहों पर मच्छर के लार्वा पनप रहे हैं. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल एसएसकेएम (पीजी) में कई जगहों पर कंस्ट्रक्शन का कार्य चल रहा है. अस्पताल परिसर में बांगर न्यूरो साइंस के निकट नाले को चौड़ा किया जा रहा है. जिसके कारण यहां पानी जमा हुआ है. जिसमें अब लार्वा पनपने लगे हैं.वहीं रवींद्र सदन में बने फौव्वारे के पानी की साफ – सफाई के अभाव में लार्वा जन्म ले रहा है.
किसने क्या कहा
वर्ष के आरंभ से ही साफ सफाई पर जोर दिया जा रहा है. वहीं सेंट्रल पार्क के निकट बने फाउंटेन के पानी की भी सफाई जल्द ही कर दी जायेगी. विभिन्न वार्डों में समय- समय पर दवाओं का भी छिड़काव किया जा रहा है.
सब्यसाची दत्त, मेयर, विधाननगर नगर निगम
साल के आरंभ से ही लोगों को जागरूक किया जा रहा है. लार्वा पनपने वाली जगहों की पहचान कर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. विभिन्न पार्षदों को भी स्थिति पर नजर रखने को कहा गया है.
अतिन घोष, मेयर परिषद सदस्य (स्वास्थ्य)
डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया पर नियंत्रण के लिए हमें जागरूक होना होगा. साफ- सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है. केवल सरकार पर दोषारोपण करना गलत होगा.
प्रो डॉ निशित पाल, माइक्रोबायोलॉजी विशेषज्ञ, एनआरएस मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल
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