निर्धारित पे स्केल से वंचित हैं राज्य के प्राथमिक शिक्षक
कोलकाता :सरकारी अनुदान प्राप्त राज्य के कई प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों को निर्धारित पे स्केल के आधार पर वेतन नहीं मिल रहा है. वे काफी कठिनाई से जीवन गुजार रहे हैं.
प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों ने कई बार अपनी समस्या को सरकार के सामने रखा है लेकिन अभी तक सकारात्मक रूप से शिक्षकों के हित में कोई समाधान नहीं निकाला गया है. प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों ने अनिवार्य रूप से अपनी शैक्षणिक योग्यता का मापदंड अपग्रेड किया गया है, इसके बावजूद उनको उचित पे स्केल से वेतन नहीं दिया जा रहा है.
यह शिकायत गुरुवार को वेस्ट बंगाल यूनाइटेड प्राइमरी टीर्चस एसोसिएशन के सदस्य शांतनु नस्कर ने की. प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि आरटीइ 2009 के क्रियान्वयन के बाद एनसीटीइ ने शिक्षकों की योग्यता को लेकर एक गाइडलाइन जारी की है.
इसके आधार पर पश्चिम बंगाल शिक्षा विभाग द्वारा 2012 में एक अधिसूचना जारी की गयी है कि 2001 के बाद जिन शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है, उनको अपनी शैक्षणिक योग्यता अपग्रेड करने की जरूरत है. इस नियम के बाद सभी प्राथमिक शिक्षकों ने अनिवार्य रूप से अपनी योग्यता को अपग्रेड किया है.
इसमें शिक्षक के उच्च माध्यमिक में 50 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य होगा. इसके अलावा शिक्षकों को 2 साल का डी एल एजुकेशन का कोर्स करना भी अनिवार्य कर दिया गया है. यह योग्यता एनसीटीइ द्वारा निर्धारित की गयी है. भारत में सब जगह इसको लागू किया जा रहा है. पश्चिम बंगाल में शिक्षकों ने इस नियम को मान कर योग्यता को अपग्रेड किया है, फिर भी शिक्षकों के पे स्केल आज तक नहीं बढ़ाये गये हैं.
योग्यता पूरी होने के बावजूद शिक्षकों को निर्धारित 9300-43800 रुपये की तनख्वाह नहीं मिल रही है. 6ठे सेन्ट्रल पे कमीशन के अनुसार 4200 रुपये जी पी है लेकिन शिक्षकों को पूरी सुविधाएं यहां बंगाल में नहीं मिल रही हैं. देश के दूसरे शहरों में प्राथमिक शिक्षकों को यह वेतन मिल रहा है लेकिन बंगाल में स्थिति वैसी नहीं है. शिक्षक इससे वंचित हैं. उनको इससे काफी कम वेतन दिया जाता है.
कई राज्यों में देखा गया है कि हाइ स्कूल व प्राइमरी स्कूलों में पे स्केल समान है. दोनों सेक्शन में शिक्षकों को 9300 से लेकर 34800 रुपये वेतन दिया जाता है. वहीं बंगाल में हाइ स्कूल के शिक्षक को केन्द्रीय सिफारिश से अधिक पृथा 9000-40500 रुपये (जीपी 4800 रुपये) वेतन मिलता है.
वहीं प्राथमिक शिक्षकों को निर्धारित पे स्केल के आधार पर वेतन नहीं मिल रहा है. यह एक बहुत बड़ी समस्या है. बंगाल सरकार को पे स्केल के नियम को तुरंत रिविजन करना चाहिए. राष्ट्रीय स्तर पर लागू पे स्केल को बंगाल में शीघ्र लागू किया जाये ताकि शिक्षकों की समस्या दूर हो सके.