कोलकाता : देश का बैंकिंग सिस्टम खतरे में है. बैंकिंग सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया है. वर्तमान में यह देश के लिए सबसे बड़ी समस्या है. इसका प्रमाण नीरव मोदी हैं और इन सबके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है. यह कहना है तृणमूल सांसद सौगत राय का.
उन्होंने कहा कि बैंकिंग सिस्टम को लेकर सरकार को नये सिरे से सोच-विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि वर्तमान जीडीपी दर भी कम है, आने वाले 2020 में हमें आगे बढ़ने की जरूरत है और तब पूर्वी क्षेत्र में अधिक से अधिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास होगा. मंगलवार को कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआइआइ) की ओर से इंफ्रा इस्ट 2018 का आयोजन किया गया.
इस दौरान मुख्य रूप से पूर्वी क्षेत्र में वर्तमान इंफ्रास्ट्रक्चर की क्या स्थिति है? और कैसे बढ़ाया जा सकता है? इस पर सबने अपना विचार रखे. अधिकांश वक्ताओं का मानना है कि मुख्य रूप से बेहतर व लाभकारी अवसर के जरिये विकास की क्षमता को और तेजी से बढ़ाने में इंफ्रास्ट्रक्चर की बहुत बड़ी भूमिका है. और इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को अधिक से अधिक बढ़ाना जरूरी है.
मौके पर श्री राय ने कहा कि आर्थिक विकास इंफ्रास्ट्रक्चर पर ही निर्भर करता है. रोड, हाइवे, पोर्ट, एयरपोर्ट, टेलीकम्यूनिकेशन सिस्टम, वॉटर ट्रास्पोर्टेशन सिस्टम आदि बेहतर होना चाहिए. विकास में इनकी भूमिका भी प्रमुख होती है. बढ़ते तकनीक में इंटरनेट भी बेहतर साधन बन गया है.
उन्होंने कहा कि न्यू मोटर व्हीकल नियम के तहत भी रोड सेफ्टी बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि इसे भी नकारा नहीं जा सकता है कि वन बेल्ट और वन रोड की योजना पर सरकार काम कर रही है. चीन की तरह यह कदम उठाया गया है. लेकिन वर्तमान में फाइनेंसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एक बहुत बड़ी समस्या बन गयी है, जिससे पूरा बैकिंग सिस्टम खतरे में आ गया है. पीएनबी में 11 हजार पांच सौ करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा हुआ है, जबकि नीरव मोदी की ओर से सिर्फ पांच हजार करोड़ के ही फर्जीवाड़े का दावा किया जा रहा है. अनलॉकिंग द ग्रोथ पोटेंशियल बाई लिवरेजिंग ऑपर्च्यूनिटी नामक विषय पर इफ्रा इस्ट 2018 का आयोजन किया गया था.
इस मौके पर सीआइआइ इस्टर्न रिजन इंफ्रास्ट्रक्चर सब-कमेटी के चेयरमैन एससी सेठी, एडवाइजरी-टेक्नोलॉजी कंसल्टिंग प्राइस वॉटर हाउस कॉपर्स प्राइवेट लिमिटेड के एसोसिएट डॉयरेक्टर अरविंद देवराज, सीआइआइ वेस्ट बंगाल स्टेट काउंसिल के चेयरमैन स्मिता पंडित चक्रवर्ती, सीआइआइ इस्टर्न रिजन के चेयरमैन व टीटागढ़ ग्रुप के वाइस चेयरमैन व मैनेजिंग डॉयरेक्टर उमेश चौधरी, सीआइआइ इस्टर्न रिजन इंफ्रास्ट्रक्चर सब-कमेटी के को-चेयरमैन मेजर जनरल एके भट्टाचार्य वीएसएम (रिटायर्ड) समेत सीआइआइ के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.