कोलकाता : महिलाओं की परेशानी समझते हुए एक छात्र ने महानगर के सुलभ शौचालयों में सेनेटरी नैपकिन की बिक्री शुरू की है. छात्र ने इस योजना का नाम रखा है- बंधन. एक नैपकिन की खरीद 3.50 रुपये पड़ती है, जबकि छात्र उसे दो रुपये में बेच रहा है. उसके इस कार्य को बॉलीवुड के पैडमैन अक्षय कुमार भी सराह चुके हैं. शोभन मुखर्जी जियोग्राफी ऑनर्स का छात्र है. उसने इससे पहले थर्ड जेंडर के लिए महानगर के वार्ड नंबर 13, 112, 113 स्थित शुलभ शौचालयों में अलग शौचालय की व्यवस्था करायी थी. ताकि थर्ड जेंडर के लोगों को कोई परेशानी ना हो.
त्रिधारा नामक इस योजना के लिए शोभन को मार्च में दिल्ली में भारत रत्न चिदंबरम सुब्रमण्यम सम्मान से सम्मानित भी किया जायेगा.
यहां के सुलभ शौचालयों में मिलेगी नैपकिन: शोभन ने बताया कि महानगर के वार्ड नंबर 90 ,112 एवं 100 स्थित सुलभ शौचालयों में नैकपिन की व्यवस्था की गयी है. उक्त वार्ड के करीब 12 शौचालयों से नैपकिन मिलेगी. पहले यह व्यवस्था नि:शुल्क थी. लेकिन इसका दुरुपयोग रोकने के लिए दो रुपये कीमत रखी गयी है. शोभन पहली जनवरी से अब तक करीब 130 पैड बेच चुका है.
87 व 88 नंबर वार्ड के शौचालयों से भी नैपकिन बेचने की योजना है. इसके लिए वह स्थानीय पार्षदों से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है.
भीड़भाड़ वाले इलाकों पर जोर : शोभन भीड़भाड़ वाले इलाको में स्थित शौचालयों में पैड की व्यवस्था करने की योजना बना रहा है. महानगर के 382 सुलभ शौचालयों में से वह करीब 300 शौचालयों से पैड उपलब्ध कराने की योजना पर कार्य कर रहा है.
फंड की जरूरत : प्रति 10 शौचालय में नैपकिन की व्यवस्था करने के लिए शोभन को 3000 हजार रुपये की जरूरत है. इसके लिए उसने सोशल मीडिया पर अभियान चलाया था. कुछ लोग मदद भी कर रहे हैं. उसे हर माह करीब दो से ढाई हजार रुपये की मदद मिल रही है. लेकिन महानगर के अन्य वार्ड में यह योजना शुरू करने के लिए उसे और फंड की जरूरत है.
इस योजना को महानगर के अन्य वार्ड में भी चालू करने की सोच रहा हूं. लेकिन फंड के अभाव में संभव नहीं हो पा रहा है. 88 नंबर वार्ड स्थित कुछ सुलभ शौचायलों में इस योजना को चालू किया जायेगा. इसके लिए स्थानीय पार्षद व निगम की चेयरपर्सन माला राय से संपर्क करूंगा. एक एफएम रेडियो की मदद से इस कार्य के लिए अभिनेता अक्षय कुमार से शुभकामनाएं भी मिली हैं.
शोभन मुखर्जी , छात्र
यह काफी अच्छा व सराहनीय कार्य है. लेकिन अब तक इस योजना के साथ मेरे पास कोई नहीं पहुंचा है. अगर कोई आता है, तो मैं जरूर विचार करूंगी.
माला राय, चेयरपर्सन (कोलकाता नगर निगम)