असम व बंगाल में सक्रिय है दलालों का नेटवर्क
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रोहिंग्या मुसलमानों की घुसपैठ के लिए सक्रिय है नेटवर्क
असम व बंगाल में सक्रिय है दलालों का नेटवर्क 7096 रोहिंग्या जम्मू, 3059 हैदराबाद, 1200 यूपी, 1114 मेवात, 1061 दिल्ली और 400 जयपुर में कोलकाता : रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में घुसपैठ कराने के लिए एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है. भारत की खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, गुवाहाटी और कोलकाता में बैठे एजेंट (दलाल) […]
7096 रोहिंग्या जम्मू, 3059 हैदराबाद, 1200 यूपी, 1114 मेवात, 1061 दिल्ली और 400 जयपुर में
कोलकाता : रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में घुसपैठ कराने के लिए एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है. भारत की खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, गुवाहाटी और कोलकाता में बैठे एजेंट (दलाल) इन्हें भारत में घुसपैठ कराने में मदद कर रहे हैं. यह दलाल इन्हें भारतीय पहचान पत्र संबंधी फर्जी दस्तावेज भी मुहैया करवा रहे हैं ताकि यह लोग भारत में रहने के लिए वैध करार दिए जा सकें. दरअसल रोहिंग्या चाहते हैं कि स्थानीय मुस्लिम संगठन उनकी मदद करें ताकि उन्हें भारत से बाहर निकाला न जाए. एजेंसियों के मुताबिक, यह दलाल रोहिंग्या मुस्लिमों की बांग्लादेश से घुसपैठ कराते हैं और उन्हें भारत में झुग्गियों और किराये पर बसाने में मदद करते हैं.
माहौल को देखते हुए फर्जी पहचान संबंधी दस्तावेजों के साथ इन्हें धीरे-धीरे देश के दूसरे हिस्सों में भेज दिया जाता है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि भारत से बांग्लादेश की चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा लगती है. 1900 किलोमीटर सीमा बंगाल से लगती है. यहां पर दो बड़े क्रॉसिंग पॉइंट्स हैं, जहां से घुसपैठ होती है.’ अधिकारी ने आगे बताया कि हमें घुसपैठ रोकने के लिए स्थानीय पुलिस को संवेदनशील बनाना होगा, क्योंकि रोहिंग्या भारत के लिए संभावित खतरा हैं.
इंटेलिजेंस एजेंसियों के मुताबिक, करीब 40 हजार रोहिंग्या मुस्लिम भारत में अवैध रूप से रह रहे हैं. आंकड़ों के अनुसार, 7096 रोहिंग्या जम्मू, 3059 हैदराबाद, 1200 पश्चिमी उत्तर प्रदेश, 1114 मेवात, 1061 दिल्ली और 400 जयपुर में रह रहे हैं. इसके साथ ही दक्षिण भारत में भी कुछ रोहिंग्या मुस्लिमों के बसे होने की खबर है. म्यांमार और बांग्लादेश से रोहिंग्याओं को भारत में घुसपैठ कराने के लिए एक नेटवर्क सक्रिय है. कोलकाता और गुवाहाटी के दलाल रोहिंग्याओं को भारत में घुसपैठ कराने में मदद कर रहे हैं. इतना ही नहीं दलाल उन्हें भारत में रहने को वैधता दिलाने के लिए फर्जी दस्तावेज भी मुहैया करा रहे हैं.
इन लोगों के पास भारत के फर्जी पहचान पत्र भी हैं. ये खुलासा भारत की खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के जरिए हुआ. इतना ही नहीं भारत में पनाह लिए रोहिंग्या स्थानीय मुस्लिम संगठनों से चाहते हैं कि वे भी उनका साथ दें, जिससे उन पर कोई सवाल खड़ा न हो और साथ ही उन्हें भारत से बाहर न निकाला जाए. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, ये दलाल बांग्लादेश से घुसपैठ कराकर रोहिंग्याओं को झुग्गियों और किराए पर बसाने में मदद कर रहे हैं.
जिसके बाद इन लोगों को धीरे-धीरे देश के दूसरे हिस्सों में भेज दिया जा रहा है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, भारत से बांग्लादेश की चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा लगती है. जिसमें से 1900 किलोमीटर सीमा बंगाल से लगती है. यहीं पर 2 ऐसे बड़े क्रॉसिंग प्वाइंट्स हैं, जहां से एजेंट घुसपैठ के काम को अंजाम दिलाते हैं. इंटेलिजेंस एजेंसियों के अनुमान के अनुसार, पूरे भारत में करीब 40 हजार रोहिंग्या मुसलमान अवैध रूप से भारत में रह रहे हैं.
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