बोरो 10 से शुरू हुई निगम की पायलट प्रोजक्ट योजना
कोलकाता : डेंगू पर नियंत्रण के लिए कोलकाता नगर निगम ने नया तरीका खोजा है. शहर की ऊंची इमारतों की छत पर जमा पानी की जानकारी हासिल करने के लिए निगम ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर रहा है. इसकी शुरुआत गुरुवार को 10 नंबर बोरो से की गयी. यह जानकारी मेयर परिषद सदस्य ( स्वास्थ्य) अतिन घोष ने दी.
उन्होंने बताया कि स्नायु हेल्थ केयर एंड आइटी सल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और निगम के बीच एक अनुबंध हुआ है. पायलट प्रोजेक्ट योजना के तहत ड्रोन को विक्रमगढ़ हरिसभा मैदान से उड़ाया गया. प्रिंस अनवर साह एवं साउथ सिटी इलाके में ड्रोन उड़ाया गया है. उक्त इलाकों में ऊंची इमारतों की संख्या अधिक है. कई ऐसी इमारतें हैं, जहां निगमकर्मियों को प्रवेश करने नहीं दिया जाता है. इस कारण हमें ऐसे स्थानों पर पनपने वाले लार्वा के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाती, जिसके चलते डेंगू पर नियंत्रण में दिक्कत आ रही है. श्री घोष ने बताया कि विक्रमगढ़ में झील एवं बस्ती इलाके हैं. इन इलाकों पर भी ड्रोन से नजर रखी गयी है. उल्लेखनीय है कि महानगर के 10 नंबर बोरो में इस वर्ष सबसे अधिक डेंगू का प्रकोप देखा जा रहा है. इसलिए इस बोरो से पायलट प्रोजेक्ट योजना शुरू की गयी.
श्री घोष ने बताया कि ड्रोन की मदद से गुरुवार को बोरो 10 के अंतर्गत आनेवाले उक्त इलाकों का फोटो लिया गया है. कई जगह छत पर जमा पानी, गंदगी एवं कुछ छतों पर बगीचा का फोटो मिला है. इसकी सीडी तैयार कर मेयर शोभन चटर्जी को भेजी जायेगी. यदि उनकी अनुमति मिलती है तो अगले वर्ष से नियमित रूप से ड्रोन से विभिन्न इलाकों पर नजर रखी जायेगी. ताकि डेंगू लार्वा पनपने वाले स्थानों पर नजर रखी जा सके. साथ ही ड्रोन खरीदने पर भी विचार-विमर्श किया जायेगा.
सड़क पर उतर कर अभियान चलायेगा निगम
कोलकाता. डेंगू के प्रकोप को ध्यान में रखते हुए लोगों को जागरूक करने के लिए फिर निगम कमर कस चुका है. लोगों को जागरूक करने के लिए अगले वर्ष 20 जनवरी को महानगर में वार्ड स्तर पर रैली निकाली जायेगी. इसी दिन एसएन बनर्जी स्थित निगम मुख्यालय से एक रैली निकाली जायेगी. इस रैली मेयर शोभन चटर्जी हिस्सा लेंगे. यह रैली निगम के आसपास घूमने के बाद दोबारा निगम में आ कर खत्म होगी. 21 जनवरी से निगम के कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों को डेंगू के खिलाफ जागरूक करेंगे. वह गुरुवार को निगम में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे.
ब्लीचिंग व स्प्रे से नहीं मरते मच्छर :
ब्लीचिंग पाउडर तथा स्प्रे (धुअां) करने से मच्छर नहीं मरते हैं. इसलिए निगम अब साइंटिफिक तरीके से मच्छरों को नष्ट करने की बात पर जोर दे रहा है. इसलिए मच्छरों को नष्ट करने के लिए लार्वा पनपनेवाले स्थानों पर नजर रखने के लिए लोगों को जागरूक किये जाने की योजना तैयार की गयी है.