कोलकाता. कोल इंडिया लिमिटेड के करीब तीन लाख स्थायी कर्मचारियों के वेतन में औसतन 20 फीसदी वृद्धि की मांग मनवाने के बाद श्रमिक संगठन कंपनी में काम करने वाले ठेका कर्मचारियों के लिए भी समान वेतन समझौते पर जोर देने की तैयारी कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी ने अक्तूबर […]
कोलकाता. कोल इंडिया लिमिटेड के करीब तीन लाख स्थायी कर्मचारियों के वेतन में औसतन 20 फीसदी वृद्धि की मांग मनवाने के बाद श्रमिक संगठन कंपनी में काम करने वाले ठेका कर्मचारियों के लिए भी समान वेतन समझौते पर जोर देने की तैयारी कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी ने अक्तूबर में अपने कर्मचारियों के साथ एक वेतन समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इसमें पांच साल की अवधि में उनके वेतन में 20 फीसदी की वृद्धि करने का प्रस्ताव है. ऑल इंडिया कोल वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव डीडी रामनंदन ने कहा : अब हम संविदा कर्मचारियों के लिए एक नये वेतन समझौते के मुद्दे को उठाने के साथ कोल इंडिया के साथ बाकी बचे कुछ और मुद्दों को भी उठायेंगे. उन्होंने कहा कि 10 सदस्यों वाली एक उच्च क्षमता प्राप्त समिति बनाने का निर्णय किया गया है.
यह समिति इस मामले पर फैसला लेगी. समिति में पांच सदस्य श्रमिक संगठनों से और पांच कोल इंडिया से होंगे. इसी बीच दिल्ली से प्राप्त समाचार के अनुसार कोल इंडिया की योजना अपने कारोबार का विविधीकरण करने की भी है. सरकार का कहना है कि कोल इंडिया दुनिया की सबसे बड़ी खनन कंपनी है, इसलिए उसे अपनी विशेषज्ञता का इस्तेमाल करते हुए कारोबार विविधीकरण का लाभ उठाना चाहिए. कोयला सचिव सुशील कुमार ने कहा : कोल इंडिया दुनिया की सबसे बडी खनन कंपनी है. इसके पास खनन करने का सबसे बडा अनुभव है और उसे विविधीकरण का लाभ उठाना चाहिए.