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अय्याशी के लिए फेसबुक को बना लिया बैंक!

कोलकाता : कुछ युवाओं पर पार्टी कल्चर इस कदर हावी हो जाता है कि वह इससे बाहर ही नहीं आना चाहते. इसमें बने रहने के लिए वह अपराध का रास्ता अपनाने से भी गुरेज नहीं करते. आज तहकीकात में हम ऐसे ही कुछ युवाओं के कारनामों को जानेंगे, जो घरवालों से मिलने वाले जेबखर्च के […]

कोलकाता : कुछ युवाओं पर पार्टी कल्चर इस कदर हावी हो जाता है कि वह इससे बाहर ही नहीं आना चाहते. इसमें बने रहने के लिए वह अपराध का रास्ता अपनाने से भी गुरेज नहीं करते. आज तहकीकात में हम ऐसे ही कुछ युवाओं के कारनामों को जानेंगे, जो घरवालों से मिलने वाले जेबखर्च के कम पड़ने पर गुनाह का रास्ता अपना लेते हैं. इनमें ऐसे भी कुछ युवा हैं, जो फेसबुक, व्हाट्सएप जैसे सोशल साइट्स का गलत इस्तेमाल कर दूसरों से ठगी करते हैं. इनका शिकार खास कर भोली भाली लड़कियां होती हैं. हुगली जिले के सेवड़ाफुली का रहनेवाला राहुल देव करन (23) भी कुछ ऐसे ही रास्ते पर चल पड़ा था. गुनाह के इस रास्ते में वह इतना आगे बढ़ गया कि वह उसे जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
तीन दिनों से कर रहा था पार्टी, जब पुलिस ने दबोचा
नौ मई 2013 को एक 22 वर्षीया युवती की शिकायत के बाद राहुल को कोलकाता पुलिस के अधिकारी खोज रहे थे. राहुल मिला तो कसबा के एक किराये के फ्लैट में अपने दोस्तों के साथ अय्याशी करते हुए. पुलिस के खबरी ने उसके वहां होने का अंदाजा भी उसकी अय्याशियों से लगाया. तीन वर्षों से उसे खोज रही पुलिस को मुखबिर ने बताया कि उसे पता चला कि एक किराये के फ्लैट में कुछ लोग लगातार तीन दिनों से पार्टी मना रहे हैं. सभी पार्टी के लिए होटल से खाना मंगवा रहे हैं. उसे संदेह है कि ऐसी पार्टी 2013 में दर्ज मामले का आरोपी ही कर रहा है. इस जानकारी के बाद पुलिस की टीम 11 अगस्त 2016 में कसबा इलाके में उस फ्लैट में रात को रेड करने पहुंची और आरोपी को वहां से गिरफ्तार कर लिया. बाद में पीड़िता ने भी उसकी शिनाख्त राहुल देव करन के रूप में की. गिरफ्तार आरोपी के पास से पांच मोबाइल, दो सिमकार्ड और यादवपुर विश्वविद्यालय का एक फर्जी पहचान पत्र भी मिला.
युवतियों को फंसाता था जाल में
नौ मई 2013 को मध्य कोलकाता के बऊबाजार थाने में एक 22 वर्षीय युवती ने एक अनजान युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी. उसने बताया कि फेसबुक पर उसकी दोस्ती एक हैंडसम युवक से हुई थी. वह खुद को यादवपुर विश्वविद्यालय का छात्र बताया था. कुछ दिन उसने फेसबुक में उससे बातें की, जिसमें युवक उसे कैरियर के बारे में काफी अच्छी जानकारियां देता था.

दोनों ने दोस्ती पक्की करने के लिए मोबाइल नंबरों का आदान-प्रदान किया. इसके बाद वह फेसबुक के अलावा आपस में मोबाइल में भी बातें करने लगे. दोस्ती कुछ दिन चलने के बाद युवक उससे कोलकाता में आकर मिला. प्यार-मोहब्बत की बातें करने लगा. उससे बातें करना और उसके बारे में सोचना अच्छा लगता था. इसी बीच सुनहरा पल याद रखने की बात कह कर युवक ने उसकी कुछ अश्लील तस्वीरें मोबाइल कैमरे से ले ली थी.

अश्लील तस्वीरें हाथ लगते ही असली चेहरा आया सामने
पीड़िता ने बताया कि उस दिन आपस में मुलाकात करने के बाद युवक आर्थिक तंगी व परिवारिक हालात खराब होने की बात कह रहा था, जिसे सुन कर उसे उस पर बहुत दया भी आ रही थी. उससे उस वक्त कुछ रुपये की मांग की और खुद को कैरियर को लेकर काफी गंभीर बताया. बहुत जल्द पढ़ाई पूरी कर अच्छी नौकरी मिल जाने की बात कह रहा था. युवती भी उसके साथ भविष्य की कल्पना करने लगी. उसने अपना फर्ज समझ कर उसे रुपये जबरन थमा दिया. इसके दो दिन बीतने के बाद फिर से राहुल ने अपने मोबाइल नंबर पर उसे रिचार्ज कराने को कहा. लड़की ने रिचार्ज भी करवा दिया. यह सिलसिला लंबे समय तक चला.

फिर एक दिन युवक ने उसे बहुत जरूरत होने की बात कह कर कहीं से भी 40 हजार जुटा कर देने को कहा. लड़की ने इतने रुपये नहीं होने की अपनी मजबूरी बताते हुए मदद से इनकार कर दिया. इस पर युवक ने अपना अंदाज ही बदल दिया. उसने धमकी दी कि अगर वह रुपये ला कर नहीं देती है तो उसके नाम पर फेसबुक में एक फर्जी अकाउंट बना कर उसकी अश्लील तस्वीर अपलोड कर देगा. इतना ही नहीं परिवार के सदस्यों को इसे भेज कर उसे समाज में बदनाम कर देगा. इसके बाद से युवती तनाव में रहने लगी. बदनामी के डर से भिन्न-भिन्न खयालात आते थे. तनाव में बेटी को देख कर घरवालों ने जब पूछताछ की तो सारा मामला सामने आया.

तीन वर्षों तक युवक ने पुलिस को भी छंकाया
जांच अधिकारियों का कहना है कि पुलिस जब पीड़ित युवती से शिकायत लेकर मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि युवक हुगली के सेवड़ाफुली का निवासी है, लेकिन घर पर नहीं रहने के कारण परिवार के लोग भी उसे कई महीनों से नहीं मिले हैं. उसकी करतूतों से नाराज उसके घरवालों ने बताया कि उसकी अय्याशी के कारण पहले भी पुलिस उसे ढूंढने उनके घर में आ चुकी है. हालांकि पुलिस ने उसे ढूंढना बंद नहीं किया. मुखबिरों को उसके कारनामों की जानकारी और तस्वीर भेज कर सतर्क रहने को कहा.
एक दर्जन से अधिक लड़कियों को ब्लैकमेल कर ठगी
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में राहुल ने अपने कारनामों का खुलासा किया. कथित तौर पर उसने अपने बयान में कहा कि रोज पार्टी करना उनकी लाइफस्टाइल में शुमार हो चुका था. इसके लिए उसने फेसबुक को बैंक अकाउंट बना लिया था, जिस बैंक में लड़कियां ग्राहक बन कर आती थी और उसे रुपये देकर चली जाती थी. उसने एक दर्जन से ज्यादा लड़कियों को अपना शिकार बनाया. उन लड़कियों से वह फेसबुक पर दोस्ती करता था, उससे अपनी बातों से आकर्षित उनकी अश्लील तसवीर हासिल कर लेता था. इसके बाद पहले मोबाइल रिचार्ज करवाता था. बाद में ब्लैकमेल कर अपने बैंक अकाउंट में रुपये मंगवाता था. उन रुपयों से वह दोस्तों और लड़कियों के साथ जोरदार पार्टी करता था. उसके कई दोस्त भी इसी तरह का हथकंडा अपना कर हाइफाई जिंदगी जीते थे.
अनजान लोगों के झांसे में न आयें : पुलिस
कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (5) सह संयुक्त आयुक्त (अपराध) विशाल गर्ग ने बताया कि आज के इस दौर में सोशल मीडिया लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है, लेकिन इसमें किसी भी साइट में अनजान से दोस्ती करने से पहले उसके बारे में ठीक से जान लें. इसके अलावा भी कई ऐसे मामले पुलिस के पास आते रहते हैं, जिसमें सोशल मीडिया में अनजाने लोगों से दोस्ती कर उनके झांसे में आकर ठगी का शिकार हो जाते हैं. लिहाजा अनजान दोस्त बनने वाले लोगों से सतर्क रहें.

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