सफारी पार्क में नये मेहमानों का स्वागत-सत्कार भी जोर-शोर से किया जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार, तकरीबन दो सप्ताह पहले बंगाल सफारी पार्क से प्रबंधन कमेटी का एक दल जमशेदपुर रवाना हुआ था. वहीं से हिरन और विवान को लाया गया है. हिरन की कई प्रजातियों में एक है हॉग डियर. विलुप्तप्राय प्रजाति का यह हिरन जल्दापाड़ा के बाद एकमात्र बंगाल सफारी पार्क में ही सैलानियों को देखने को मिलेगा. मुख्यमंत्री की अति महत्वाकांक्षी परियोजना बंगाल सफारी पार्क का काम कुछेक वर्ष पहले ही शुरू हुआ.
पहले चरण में कई प्रजातियों के हिरण यहां लाये गये. इसके बाद दो रॉयल टाइगर, घड़ियाल, दो हिमालयन काले भालू, एक गैंडा, दो हाथी, जंगली बिल्ली, सफेद और रंगीन मोर, विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के अलावा अन्य कई वन्य-प्राणियों को सफारी पार्क में लाया गया. खास तौर पर हाथी, बाघ, गैंडा, भालू, हिरन को देखने के लिए सैलानियों की भीड़ भी सफारी पार्क में लगातार बढ़ रही है. इसी शीतकालीन मौसम में ही और भी कई हिरन व एक रॉयल टाइगर को लाये जाने की खबर है. बंगाल सफारी पार्क के निदेशक अरुण मुखर्जी का कहना है कि जाड़ा शुरू होने से पहले ही एक रॉयल टाइगर और हिरनों की कई प्रजातियों को यहां लाने का निर्देश था. उसी निर्देश के अनुसार इन्हें यहां लाया गया है.