दार्जिलिंग: गोजमुमो के निष्कासित अध्यक्ष विमल गुरुंग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बीते मंगलवार को सिलीगुड़ी के पिंटेल विलेज में आयोजित द्विपक्षीय वार्ता को तृणमूल टीम की बैठक बताते हुए तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि यह हैरत की बात है कि गोरखालैंड मुद्दे को छोड़ राज्य सरकार के साथ समझौता करनेवाले एक बार […]
दार्जिलिंग: गोजमुमो के निष्कासित अध्यक्ष विमल गुरुंग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बीते मंगलवार को सिलीगुड़ी के पिंटेल विलेज में आयोजित द्विपक्षीय वार्ता को तृणमूल टीम की बैठक बताते हुए तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि यह हैरत की बात है कि गोरखालैंड मुद्दे को छोड़ राज्य सरकार के साथ समझौता करनेवाले एक बार फिर से गोरखालैंड का नाम को भुना रहे हैं.
उन्होंने वार्ता में शामिल सभी पक्षों को तृणमूल कांग्रेस का पक्षधर बताते हुए कहा कि ये लोग पहाड़ की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करते. ये लोग सिर्फ अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को साकार करने के लिए नवान्न के आदेश का अनुपालन मात्र कर रहे हैं.
विमल गुरुंग ने कहा कि गोरखालैंड आंदोलन में इस बार 13 आंदोलनकारियों की निर्मम हत्या कर दी गयी. बहुत से लोग संघर्ष में जख्मी हुए हैं, जबकि सैकड़ों विभिन्न मामलों में जेल में बंद हैं. कई लोगों के घरों को जला दिया गया है और परिवारों को धमकी दी जा रही है. इसके बावजूद पहाड़ की जनता गोरखालैंड आंदोलन के साथ हैं. गोरामुमो नेतृत्व का नाम लिये बिना उन्होंने उस पर टीएमसी की बी टीम होने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने थोड़े से लाभ के लिये गोरखालैंड राज्य के लक्ष्य को तिलांजलि दे दी है.
उन्होंने पहाड़ की जनता से पश्चिम बंगाल की गुलामी नहीं कर एकता बनाये रखने का आह्वान किया है. उनके खिलाफ सभी मामलों पर सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल रोक लगा दी है. उनकी कानूनी टीम सभी गोरखालैंड के कार्यकर्ताओं और निर्दोष नागरिकों के लिए भी इसी तरह की सुरक्षा हासिल करने के लिये प्रयासरत है. उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और सत्य की आखिर में जीत होगी. जनता धैर्य बनाये रखे और इस कठिन संघर्ष में लड़ाई जारी रखें. उन्होंने पहाड़वासियों को आश्वस्त किया है कि उनका यह संघर्ष आखिर में रंग लायेगा और गोरखालैंड राज्य का गठन होकर रहेगा.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में एक बार फिर विमल गुरुंग के मामले की सुनवायी है. विमल गुरुंग पहले ही दिल्ली जाकर अपने साथियों को राहत दिलाने और उसके बाद दार्जिलिंग लौटने का एलान कर चुके हैं.