कोलकाता. जीडीपी विकास सूचकांक मामले में बंगाल चौथे स्थान पर है. राज्य में वर्ष 2016-17 में 1.82 लाख करोड़ का बैंक ऋण प्रदान किया गया है. जबकि वर्ष 2012-13 में यह केवल 26 हजार करोड़ था. इसमें लघु व मध्यम उद्योग को 95 हजार करोड़ व बड़े उद्यमियों को 51 हजार करोड़ की राशि प्रदान की गयी है.
राज्य के वित्त, उद्याेग व वाणिज्य मंत्री डा अमित मित्रा ने मंगलवार को नवनिर्मित उर्तीण आडिटोरियम सभागार में ये आकड़े प्रस्तुत किये. जीएसटी के कारण करीब 3 लाख करोड़ की क्षति के बाद भी बंगाल की उल्लेखनीय प्रगति को उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कारोबारी सुगमता की नीति का परिणाम बताया.
उन्होंने कहा कि कानपुर के चमड़ा व्यवसायी अब कोलकाता का रुख कर रहे हैं. इसके अलावा अंकुरहाटी में 250 एकड़ जमीन पर जेम व ज्वेलरी हब, हल्दिया फ्रेट कारिडोर से लेकर न्यूटाउन में फाइनांसियल हब इसकी महत्वपूर्ण कड़ी है. इस कार्यक्रम में राज्य के छह चेंबर आॅफ कॉमर्स की सहभागिता थी. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी शामिल थे. कार्यक्रम के अन्य विशिष्ट वक्ताओं में बंधन बैंक के प्रबंध निदेशक चंद्र शेखर घोष, राजेंद्र खंडेलवाल, सीताराम शर्मा, हेमंत बांगर व शंकर दयाल सान्याल आदि प्रमुख थे.