मालदा: मानिकचक में चुनाव कर्मचारियों पर हमले की घटना के बाद अब कालियाचक में तृणमूल कांग्रेसियों के हाथों चुनाव आयोग के अधिकारियों को प्रताड़ित होना पड़ा. सोमवार को चुनाव आयोग के एमसीसी (मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट) सेल के कर्मचारी कालियाचक थाना के आलीनगर गांव में तृणमूल का झंडा खोलने गये थे. तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उनकी गाड़ी रोक दी.
आधे घंटे तक एमसीसी सेल के कर्मचारियों को गाड़ी के अंदर ही बैठे रहना पड़ा. गाड़ी से उतर कर तृणमूल का झंडा खोलने से तृणमूल कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर बवाल हुआ.दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. तृणमूल कार्यकर्ताओं ने सवाल पूछा कि सिर्फ उनकी पार्टी का झंडा ही क्यों खोला जा रहा है, लेकिन चुनाव आयोग के कर्मचारियों ने कोई जवाब नहीं दिया.
बाद में एमसीसी के ओसी अप्रतिम बनर्जी ने तृणमूल के खिलाफ कालियाचक के एक नंबर ब्लॉक के बीडीओ से शिकायत की. बीडीओ द्वीपतर्क बसु ने सोमवार रात को ही कालियाचक थाने में तृणमूल समर्थकों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी. बीडीओ ने कहा कि अलीनगर गांव में सरकारी संपत्ति दखल कर तृणमूल कांग्रेस ने अपना झंडा लगाया था. चुनाव आयोग के कर्मचारियों द्वारा झंडा खोलने पर तृणमूल समर्थकों ने शारीरिक रूप से उन्हें प्रताड़ित किया. तृणमूल समर्थकों की हरकतों की वीडियो रिकॉर्डिंग भी हुई है. इसे चुनाव आयोग के पास भेजा जा रहा है. हालांकि बीडीओ ने हमलावरों में से किसी का नाम उल्लेख नहीं किया है. इस मामले में बीडीओ द्वारा शिकायत दर्ज कराये जाने के बावजूद पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है.
इधर, समाज कल्याण विभाग की मंत्री सावित्री मित्र का कहना है कि तृणमूल ने सरकारी संपत्ति पर कोई झंडा नहीं लगाया है. तृणमूल के समर्थकों के घरों में ही फ्लैग व फेस्टुन लगाये गये हैं. उन्होंने कहा कि बीडीओ कांग्रेस के कहने पर नाच रहे हैं. दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार डॉ मुआज्जेन हुसैन ने कहा कि किसी तरह की प्रताड़ना की घटना नहीं घटी है. छोटी घटना को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जा रहा है.
कांग्रेस का कहना है
दक्षिण मालदा लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार आबू हासेम खान चौधरी ने कहा कि कालियाचक इलाके में तृणमूल समर्थित बदमाशों द्वारा कांग्रेसियों को डराया-धमकाया जा रहा है. चुनाव आयोग के पास इसके खिलाफ लिखित रूप से शिकायत दर्ज की गयी है. जिला शासक शरद द्विवेदी ने कहा कि बीडीओ से पूरी घटना की रिपोर्ट मांगी गयी है. उन्होंने कहा कि वीडियो फूटेज के आधार पर दोषियों की पहचान की जा रही है. अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.