वे नहीं चाहते कि मुकुल राय पार्टी में शामिल हों. लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के रूख को देखकर उनकी भाषा भी अब बदल रही है. वे भी अपना मानस बना लिए है कि अगले लोकसभा तक जहां तक संभव हो, बंगाल में एक ही विपक्ष हो. इसके लिए भाजपा को किसी भी स्तर पर जायेगी. पार्टी हित में सभी को तैयार रहने को कहा गया है. यही वजह है कि अब प्रदेश भाजपा के नेता भी केंद्रीय नेतृत्व का मानस समझ लिये हैं, लिहाजा उनके भी सुर अब बदले नजर आ रहे हैं. प्रदेश भाजपा के नेता जो लोग कल तक नीति की दुहाई देते आ रहे थे. अब वही कह रहे हैं कि पार्टी देश के विकास में किसी भी स्तर तक जाने को तैयार है.
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मुकुल पर बदले प्रदेश भाजपा के सुर
कोलकाता: मुकुल राय को भाजपा में लेने के बारे में चल रही अटकलबाजी के बीच प्रदेश भाजपा के नेता प्रताप बनर्जी ने हुए कहा कि भाजपा एक समुद्र है, जहां नदी-नाले सभी का समावेश होता है. अगर कोई भाजपा के माध्यम से देश सेवा करना चाहता है, तो उसका स्वागत है. उनके इस बयान को […]
कोलकाता: मुकुल राय को भाजपा में लेने के बारे में चल रही अटकलबाजी के बीच प्रदेश भाजपा के नेता प्रताप बनर्जी ने हुए कहा कि भाजपा एक समुद्र है, जहां नदी-नाले सभी का समावेश होता है. अगर कोई भाजपा के माध्यम से देश सेवा करना चाहता है, तो उसका स्वागत है. उनके इस बयान को मुकुल राय से जोड़कर देखा जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि बीते दिन भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ प्रदेश भाजपा के नेताओं की बैठक पार्टी मुख्यालय में हुई थी. यहां पार्टी के संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, अर्जुन सिंह मेघवाल, बाबुल सुप्रियो से लेकर पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे.
कहने को तो यह पालक (प्रत्येक लोकसभा केंद्र के इंचार्ज) बैठक थी. लेकिन मूल एजेंडा मुकुल राय थे. पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व मुकुल राय को सीधे भाजपा में शामिल कराना चाहता है, क्योंकि उन्हें लेने से तृणमूल कांग्रेस में असंतुष्ट चल रहा एक बड़ा वर्ग उनके साथ आ सकता है. लेकिन प्रदेश भाजपा के नेता उनकी छवि को लेकर परेशान हैं.
वकौल प्रताप बनर्जी अगर किसी को लगता है कि भाजपा में आकर वह देश की सेवा कर सकता है, तो ऐसे लोगों का स्वागत है. कमोवेश यही सुर अब प्रदेश भाजपा के सभी नेताओं का है. चूंकि प्रदेश भाजपा के नेता अभी तक यही मानकर चल रहे थे कि पार्टी का जनाधार बढ़ रहा है, किसी और को लेने की जरूरत नहीं है. जबकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने कोलकाता दौरे में कह दिया कि हर हाल में बंगाल की कमान भाजपा के हाथों में होनी चाहिए. इसके लिए वह अपनी रणनीति बना चुके हैं. उसे अमल में लाने के लिए उनकी टीम अलग से काम कर रही है. इस कड़ी में मुकुल राय अहम रोल अदा करेंगे. लेकिन मुकुल को लेकर भाजपा के अंदर चल रही मनभेद की स्थिति अब बदल रही है. केंद्रीय नेतृत्व को रूख भांपकर प्रदेश भाजपा के नेता भी अब देश हित और विकास के नाम पर समझौता करने को तैयार हैं. जिसका प्रमाण प्रदेश भाजपा के महामंत्री प्रताप बनर्जी के बयान से मिल रहा है.
दिल्ली में सांसद पद से इस्तीफा देंगे मुकुल !
कोलकाता. पूर्व घोषणा के मुताबिक दुर्गा पूजा के बाद दिल्ली रवाना हो रहे हैं सांसद मुकुल राय. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में वह अपने सासंद पद से इस्तीफे का एलान कर सकते हैं. इसके अलावा वहां वह भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे. उनके चुनाव आयोग में भी जाने की योजना है. अगर भाजपा में उनका सीधे प्रवेश नहीं हो पा रहा है, तो वह नेशनलिस्ट तृणमूल कांग्रेस को फिर से खड़ा करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे. हालांकि जिस तरह से प्रदेश भाजपा के नेताओं का सुर मुकुल राय को लेकर बदला है, उसे देखते हुए यह माना जा रहा है कि मुकुल राय भाजपा में सीधे आयेंगे. उनके मार्फत अमित शाह कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और दीपादास मुंशी को भी साधने की कोशिश कर रहे हैं.
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