मयनागुड़ी: गोरूमारा नेशनल पार्क का क्षेत्रफल बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है. वन मंत्री विनय कृष्ण बर्मन ने बताया कि वर्तमान में 80 वर्ग मील क्षेत्र में फैले राष्ट्रीय उद्यान का विस्तार और पांच वर्ग मील इलाके में किया जायेगा. इस योजना से गोरूमारा के वन्य प्राणियों की सुरक्षा सुनिश्चित होने के अलावा […]
मयनागुड़ी: गोरूमारा नेशनल पार्क का क्षेत्रफल बढ़ाने की योजना पर काम चल रहा है. वन मंत्री विनय कृष्ण बर्मन ने बताया कि वर्तमान में 80 वर्ग मील क्षेत्र में फैले राष्ट्रीय उद्यान का विस्तार और पांच वर्ग मील इलाके में किया जायेगा. इस योजना से गोरूमारा के वन्य प्राणियों की सुरक्षा सुनिश्चित होने के अलावा पर्यावरण संरक्षण को भी बल मिलेगा.
वन विभाग के सूत्रों के अनुसार, विगत 1998 में गोरूमारा नेशनल पार्क को सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय उद्यान का खिताब मिला था. पिछले 22 साल में गोरूमारा नेशनल पार्क में वन्य प्राणियों की संख्या कई गुणा बढ़ी है. लेकिन उस हिसाब से उसका क्षेत्रफल नहीं बढ़ा है. इस राष्ट्रीय उद्यान में स्तनपायी प्राणियों की 200 प्रजातियां, सरीसृपों की 16, उभयचर प्राणियों की सात, कछुओं की नौ, तितलियों की 32, मछलियों की 52 और पक्षियों की 300 प्रजातियां निवास करती हैं.
गोरूमारा जंगल में 50 गैंडे, करीब डेढ़ हजार बाइसन, सैकड़ों हिरण और हाथी हैं. इन तृणभोजियों के लिए पर्याप्त मात्रा में घास की जरूरत होती है. दो गैंडों के लिए न्यूनतम डेढ़ वर्ग किलोमीटर घास के मैदान की जरूरत होती है, जबकि गोरूमारा में सभी गैंडों के लिए यह क्षेत्र केवल 10.12 वर्ग किलोमीटर है. इसी समस्या के समाधान के लिए राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है.
उत्तर बंगाल वन्य प्राणी विभाग की वनपाल सुनीता घटक ने बताया कि राज्य वन विभाग से गोरूमारा पार्क संलग्न जलढाका नदी से जुड़े इलाकों को नेशनल पार्क में शामिल करने के लिए आवेदन किया गया है. विदित हो कि मयनागुड़ी ब्लॉक के रामसाई-जलढाका नदी संलग्न इलाकों को नेशनल पार्क में शामिल करने का अनुरोध किया गया है. अक्सर बाइसन और हाथियों के झुंड इन इलाकों में चले आते हैं. यहां वन विभाग की ओर से कुछ पेड़ भी लगाये गये हैं.
यह इलाका करीब 6 वर्ग किलोमीटर दायरे में फैला हुआ है. माना जा रहा है कि इस इलाके को राष्ट्रीय उद्यान में शामिल कर लेने पर वन्य प्राणियों की सुरक्षा सुनिश्चित होने के साथ-साथ उनके भोजन की समस्या भी दूर होगी.