मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में श्री श्रीवास्तव ने कहा कि उनलोगों ने राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी से मुलाकात की थी और उन्हें ज्ञापन भी दिया था. लेकिन परिवहन मंत्री के आश्वासन के सिवा कोई भी कदम नहीं उठाये. उन्होंने कहा कि सभी चीजों की कीमतें बढ़ रही हैं, लेकिन टैक्सी किराये में वृद्धि नहीं हो रही है. उत्तर कोलकाता व हावड़ा में टैक्सी चालकों पर पुलिस का जुल्म बढ़ गया है. टैक्सी चालकों के साथ मारपीट, उनके खिलाफ झूठे मामले व टैक्सी में क्लैंप लगा कर सारा दिन टैक्सी चलाने से रोक दिया जा रहा है.
इससे टैक्सी चालकों को काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि सात अगस्त, 2014 को टैक्सी आंदोलन के दौरान यूनियन के 25 नेताओं व टैक्सी चालकों के खिलाफ मामला दायर किया गया. ये मामले राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित हैं और वे लोग इन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि यूनियन ने विभिन्न केंद्रीय श्रमिक संगठन व टैक्सी संगठनों को पत्र लिखा है. वे लोग चाहते हैं कि टैक्सी चालकों के हित में सभी संगठन एकजुट हों, हालांकि उनका संगठन अकेले ही आंदोलन के लिए सक्षम हैं.