भागलपुर/कोलकाता: भाकपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव एबी वर्धन ने संकेत दिया कि केंद्र में गैर भाजपा और गैर कांग्रेस सरकार बनने की नौबत आयी, तो तृणमूल से भी समर्थन लेने में गुरेज नहीं करेंगे.
वे शनिवार को यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार का नेतृत्व करनेवाली कांग्रेस इस बार 206 से उतर कर 80 तक पहुंच पाये, तो इस पार्टी के लिए गनीमत होगा. बीजेपी किसी भी सूरत में अकेले 150-160 से ऊपर नहीं पहुंच पायेगी. अन्य दलों का साथ मिलने से 200 तक सीट मिलेगा. इस प्रकार बीजेपी सत्ता में आ नहीं पायेगी और कांग्रेस उतार दी जायेगी. भाकपा नेता ने कहा कि हमारी पार्टी की राजनीतिक समझ है कि यूपीए टू सरकार का पतन अनिवार्य है.
कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गयी है जैसे डूबती नैया से चूहे भाग जाते हैं. भाजपा को बहुमत जनता सांप्रदायिक पार्टी समझता है. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रशंसा करते हुए कहा अटल जी के समय भाजपा को मौका मिला. उनका व्यक्तित्व भिन्न प्रकार का था, लेकिन वे भी आरएसएस के थे.
उन्होंने पाकिस्तान से समझौता करने का प्रयास किया था. उन्होंने नरेंद्र मोदी को घोर सांप्रदायिक बताया और कहा कि नरेंद्र मोदी को आगे कर आरएसएस ने भाजपा पर कब्जा जमा लिया. नरेंद्र मोदी ऐसे कैंपेन कर रहे हैं, माने वो पीएम बन गये. नरेंद्र मोदी कभी केंद्र में मंत्री भी नहीं बने, लेकिन उनका बॉडी लैंग्वेज बताता है, मानो वो पीएम बन गये और बीजेपी बहुमत में आ गयी. नमो ने आज तक अनेक भाषण दिये, लेकिन उनकी नीति क्या होगी, उनका कार्यक्रम क्या होगा, यह समझ से परे है. विकास का नक्शा पेश नहीं किया. एबी वर्धन ने कहा कि एक नया गंठबंधन तैयार हो रहा है. एक साझा कार्यक्रम के तहत चुनाव के बाद गैर कांग्रेस और गैर भाजपा सरकार के लिए चुनाव के बाद देखा जायेगा. बिहार में जदयू एवं सीपीआइ का गंठबंधन हुआ, जिसमें सीपीआइ को बांका और बेगूसराय सीट मिली है. बाकी 38 सीट पर जदयू प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों एक-दूसरे को पूरी ताकत से सहयोग कर रहे हैं. उम्मीद है बांका और भागलपुर सीट पर भी उनके प्रत्याशी जीत हासिल करेंगे.