दुर्गापुर: दुर्गापुर स्टील टाउनशिप के विद्यासागर इलाके में स्थित सीटू कार्यालय पर कब्ज़ा ज़माने का आरोप तृणमूल कर्मियों पर लगा है. नगर निगम चुनाव के दौरान घटी इस घटना के बाद चुनावी राजनीति गरमा गयी है. अब तक सिर्फ चुनावी बैनर तथा पोस्टर क्षतिग्रस्त होने के आरोप लगाये जा रहे थे. पुलिस के अनुसार सोमवार की दोपहर इलाके में स्थित सीटू से संबद्ध हिंदुस्तान स्टील इम्प्लाइज यूनियन के कार्यालय पर कुछ लोगों ने कब्ज़ा कर उस पर तृणमूल का झंड़ा फहरा दिया तथा सीटू के बोर्ड को उखाड़ कर फेंक दिया.
घटना की सूचना पाकर दुर्गापुर पूर्व के माकपा विधायक संतोष देवराय तथा माकपा नेता पंकज राय सरकार मौके पर पहुंचे तथा पूरी घटना की जानकारी ली. उन्होंंने परोक्ष रूप से घटना के लिये तृणमूल के सिर दोषारोपण किया. उन्होंने कहा कि जनता तृणमूल को उसकी करनी की सजा अवश्य देगी.
माकपा नेता ने कहा कार्यालय को खाली पाकर किया कब्जा
माकपा नेता श्री रायसरकार ने आरोप लगाते हुए कहा कि यूनियन के सदस्य एमएएमसी तथा एएसपी के निजीकरण के मुद्दे को लेकर त्रिदिवसीय आंदोलन में शरीर होने दिल्ली गये हैं. इस दौरान यूनियन कार्यालय को खाली पाकर तृणमूल कर्मियों ने कार्यालय पर कब्जा जमा लिया. तृणमूल कर्मियों ने कार्यालय में रखे टीवी और कुर्सियां सहित कई सामान लूट लिया. उन्होंने कहा कि इस संबंध में स्थानीय थआने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस अदिकारी मामले की जांच कर रहे हैं. गौरतलब है कि सीटू कार्यालय के ठीक सामने ही 20 नंबर विद्यासागर इलाके में तृणमूल का चुनावी कार्यालय है. इस घटना के संबंध में तृणमूल नेता सुजीत मुखर्जी ने कहा कि घटना में किसी भी तृणमूल कर्मी का हाथ नहीं है. यह घटना सीटू की आपसी गुटबाजी का नतीजा है. नगर निगम चुनाव में लोगों की सहानुभूति बटोरने खातिर यह चाल चली जा रही है.
मेयर व िवधायक जितेंद्र तिवारी ने िकया घटनास्थल का निरीक्षण
आसनसोल के मेयर व विधायक जितेन्द्र तिवारी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि यह काम तृणमूल कर्मियों का नहीं है, बल्कि यह काम साजिश के तहत किन्हीं आपराधिक तत्वों ने की है. तृणमूल के झंडे लगा कर इस चुनाव में पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की गई है. उन लोगो को मालूम नहीं है कि आसनसोल नगर निगम में विरोधी दल के पार्षदों के साथ उनके काफी बेहतर संबंध है. उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनाव के बाद भी ऐसा ही कई घटनाएं विभिन्न इलाकों में हुयी थी. लेकिन उन्होंने हर विरोधी पार्टी का सम्मान करते हुए कार्यालय को उनके हवाले कर दिये थे. इसकी जानकारी ली जा रही है.