धूपगुड़ी: विकास और सांगठनिक मजबूती के बल पर तृणमूल कांग्रेस आसन्न नगरपालिका चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अपनी कवायद में जुटी हुई है. वह वाम मोरचा की सांगठनिक कमजोरी का लाभ उठाने के लिए कोशिश में है. वहीं भाजपा इस बार के चुनाव में तृणमूल के विक्षुब्ध कार्यकर्ताओं को अपने में शामिल कर […]
धूपगुड़ी: विकास और सांगठनिक मजबूती के बल पर तृणमूल कांग्रेस आसन्न नगरपालिका चुनाव में जीत हासिल करने के लिए अपनी कवायद में जुटी हुई है. वह वाम मोरचा की सांगठनिक कमजोरी का लाभ उठाने के लिए कोशिश में है. वहीं भाजपा इस बार के चुनाव में तृणमूल के विक्षुब्ध कार्यकर्ताओं को अपने में शामिल कर तृणमूल कांग्रेस को टक्कर देने के मूड में दिख रही है.
उल्लेखनीय है कि आगामी 13 अगस्त को धूपगुड़ी नगरपालिका के 16 वार्डों में चुनाव संपन्न होने जा रहा है. इसके लिए विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रत्याशी नामांकन पत्र जमा देने के अलावा चुनाव प्रचार में उतर गये हैं. ये प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं के साथ घर-घर जाकर वोट देने के लिए मतदाताओं से अनुरोध कर रहे हैं. इसके लिए वे स्थानीय लोगों की समस्याओं को भी बड़े ध्यान से सुन रहे हैं और उनका समाधान करने के लिए अपने स्तर से आश्वासन भी दे रहे हैं.
जनसाधारण भी सभी प्रत्याशियों की बात रखते हुए उनकी बात सुन रहे हैं. आश्वासनों और वायदों की झड़ी लग गई है. तृणमूल कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने की स्थिति में भले ही विरोधी राजनैतिक दल मैदान में नहीं दिख रहे हैं, लेकिन इस पार्टी की समस्या उसी के भीतर पनप रही है. इससे पार्टी का जिला नेतृत्व चिंता में है.
विरोधी पक्ष सत्तासीन दल के इसी भीतरी द्वंद्व का सहारा लेकर टक्कर देने की फिराक में हैं. वहीं, वाम मोरचा के प्रमुख घटक माकपा की सांगठनिक स्थिति अच्छी नहीं है. वह पूरी तरह से तृणमूल कांग्रेस की भीतरी मतभेदों के सहारे ही चुनावी वैतरणी पार करना चाहती है. वहीं भाजपा में तृणमूल कांग्रेस के कुछ विक्षुब्ध नेताओं के शामिल होने से सत्ता पक्ष के लिए थोड़ी मुश्किल जरूर पैदा हो रही है. इस वजह से यह चुनाव दिलचस्प होने जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के खिलाफ मोरचा खोल दिया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जाने के बाद अब भाजपा को टक्कर देने वाली एक मात्र साफ-सुथरी छवि ममता बनर्जी की ही है. इसलिए तृणमूल कांग्रेस किसी भी कीमत पर भाजपा को जीतने नहीं देना चाहेगी. फिलहाल उसके निशाने पर वाम मोरचा से अधिक भाजपा ही है.
इस बीच, धूपगुड़ी शहर के 13 नंबर और 15 नंबर वार्ड में तृणमूल कांग्रेस के ही दो विक्षुब्ध प्रत्याशी मैदान में उतर गये हैं. इससे तृणमूल कांग्रेस का वोट बंट सकता है, जिसका लाभ भाजपा को मिलने की संभावना है. वहीं 14 नंबर वार्ड से तृणमूल कांग्रेस के युवा प्रत्याशी के खिलाफ उन्हीं के सहयोगी रह चुके एक अन्य दमदार नेता भाजपा की ओर से प्रत्याशी बन गये हैं. वह इस सीट पर सत्ता पक्ष को कड़ी टक्कर दे सकते हैं.